हमारी परम्पराओं को जीवित रखना बेहद जरूरी : जसपाल सिंह अरोरा

- जमुनिया खुर्द में हुई पाड़ों की लड़ाई, मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व जिला पंचायत, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पहुंचे

सीहोर। परंपराओं का निर्वहन बेहद जरूरी है। वर्षों से चली आ रही इन परंपराओं के कारण ही हमारी संस्कृति और हमारा सनातन धर्म जीवित है। आज भी इन परंपराओं को निभाना बेहद खुशी देता है। हमारे पूर्वजों द्वारा शुरू की गई परंपराएं निभाई जा रही हैं और आगे भी इनका निर्वहन होता रहेगा। ये बातें भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व जिला पंचायत, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने कही। वे सीहोर जिले की दोराहा तहसील के ग्राम जमुनिया खुर्द पहुंचे थे, जहां पर पाड़ों की लड़ाई का आयोजन किया गया। इसमें श्री अरोरा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इससे पहले जमुनिया खुर्द पहुंचे श्री अरोरा का आयोजन समिति एवं स्थानीय लोगों ने स्वागत, सत्कार किया। इस दौरान श्री अरोरा को साफा बांधकर उनका सम्मान भी किया गया। श्री अरोरा ने कहा कि आयोजन समिति को बधाई, जो आज भी वर्षों से चली आ रही परंपरा को पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ निभा रहे हैं। ये परंपराएं ही गांवों में त्यौहारों को जिंदा रखे हुए हैं। समय के साथ धीरे-धीरे कई परंपराएं विलुप्त होती जा रही हैं। इसके कारण त्यौहारों का रंग भी फीका पड़ता जा रहा है, लेकिन सीहोर की धरती पर आज भी इन्हें निभाया जा रहा है। श्री अरोरा ने बतौर मुख्य अतिथि आयोजन में पहुंचकर पाड़ों की लड़ाई का आनंद उठाया तो वहीं आयोजन समिति को बधाई, शुभकामनाएं भी दीं। इस दौरान सीहोर विधानसभा क्षेत्र सहित आसपास के क्षेत्रों से हजारों की संख्या में लोग यहां पर पाड़ों की लड़ाई को देखने के लिए पहुंचे। पाड़ों की लड़ाई का यह आयोजन यहां पर वर्षों से किया जा रहा है। इस आयोजन का क्षेत्रीय लोगों को वर्षभर इंतजार रहता है। हजारों की तादाद में लोग यहां पर आयोजन को देखने के लिए पहुंचते हैं।

केंद्रीय मंत्री का किया स्वागत-
भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व जिला पंचायत, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने इससे पहले गत दिवस सीहोर पहुंचे केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी स्वागत, सत्कार किया। इस दौरान श्री अरोरा ने केंद्रीय मंत्री से सीहोर की राजनीति को लेकर मंत्रणा भी। केंद्रीय मंत्री ने भी श्री अरोरा के हालचाल जाने।

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