तनाव मुक्त रहने के लिए हौसले की जरूरत : दयाशंकर मिश्र
तनाव मुक्त रहने के लिए हौसले की जरूरत : दयाशंकर मिश्र
नई दिल्ली। वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक दयाशंकर मिश्र ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के गांधी ऑडिटोरियम में जीवन संवाद व्याख्यान के अंतर्गत उपस्थित समुदाय को तनाव मुक्त जीवन जीने का संदेश दिया। चर्चित पुस्तक जीवन संवाद के लेखक दयाशंकर मिश्र ने बतौर मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में कहा कि तनाव मुक्त रहने के लिए हौसले की जरूरत होती है। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय सेवा योजना और परमार्थ समाजसेवी संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए दयाशंकर मिश्र ने कहा कि मनुष्यता कम होने से बेचैनी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि तनाव धीरे-धीरे मनुष्य में आता है। यह तनाव कहां से आ रहा है, इस पर विचार करने की जरूरत है। तनाव मुक्त जीवन जीने लिए मन की सफाई की जरूरत है।उन्होंने कहा कि हम छोटी-छोटी बातों को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लेते हैं अथवा दूसरों की देखादेखी करते हैं।
इससे स्पर्द्धा शुरू हो जाती है और व्यक्ति तनाव में आ जाता है। उन्होंने कहा कि मन की निरंतर सफाई की जरूरत है। असहमति और प्रेम के बीच अंतर को हमें समझना होगा। व्यक्ति का मन कमजोर हो गया है। इसे मजबूत बनाएं। लोग क्या कहेंगे, इस पर विचार करने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने धीमे-धीमे चलिए की सलाह दी। उन्होंने विद्यार्थियों और युवाओं को सलाह दी कि वह सोच विचार कर पूरी दृढ़ता के साथ अपना क्षेत्र चुने। व्यक्ति को बदले की भावना छोड़ना होगी। सब कुछ ईश्वर पर छोड़ दें। हम ईश्वर के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें। अपने को बड़ा समझना बड़ी भूल है।
बबतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में मौजूद आकांक्षा समिति झांसी की पूर्व अध्यक्ष डॉ प्रीति चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि व्यक्ति को मन से मायूस नहीं होना चाहिए। अंधेरे में दिया की रोशनी हमें प्रेरित करती है।आज समाज की परिभाषा बदलने की जरूरत है। व्यक्तित्व को कम नहीं आंका जाना चाहिए। हम डिजिटली मॉडर्न होते जा रहे हैं, लेकिन हमें अपने आपको सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ना होगा। प्रकृति के सौंदर्य से आत्मसात करना होगा। सामूहिक समरसता को बचाने की हम सब की जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में किसान नेता शिवनारायण परिहार, महेंद्र शर्मा, प्यारे लाल बेधड़क, शेखर राज बड़ोनिया आदि ने मुख्य अतिथि से विभिन्न सवालों के माध्यम से संवाद किया। कार्यक्रम में उपस्थित आकांक्षा समिति की संरक्षक श्रद्धा गोयल ने आयोजन की सराहना की। आयोजन की अध्यक्षता बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ मुन्ना तिवारी ने की, जबकि संचालन शाश्वत सिंह ने किया। अतिथियों का आभार कार्यक्रम के संयोजक डॉ उमेश कुमार ने व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय ललित कला संस्थान की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ श्वेता पांडेय, परमार्थ समाजसेवी संस्था के कार्यक्रम अधिकारी मान सिंह राजपूत, वरिष्ठ पत्रकार संतोष पाठक, लक्ष्मी नारायण शर्मा, अधिवक्ता राजेंद्र शर्मा, अधिवक्ता गौरव जैन, समाजसेवी डॉ नीति शास्त्री, नेहा अग्रवाल, संगीता अग्रवाल, सुमन राय सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों, किसान संगठनों के प्रतिनिधि व बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के विद्यार्थी मौजूद रहे।