भ्रष्टाचार की जहाजपुरा पंचायत, यहां नियम नहीं सचिव की चलती है मनमर्जी

- पंचायत में खूब दी विकास कार्यों के लिए राशि, लेकिन जिम्मेदारों ने किया अपना भला

रेहटी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी विधानसभा क्षेत्र की जहाजपुरा ग्राम पंचायत में पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री यहां विकास कार्यों की सौगात देेंगे। मुख्यमंत्री द्वारा यहां पहले भी कई विकास कार्योें की सौगात दी गई, लेकिन पंचायत में वर्षोें सेे जमे पंचायत सचिव अमरसिंह एवं यहां के जिम्मेदारोें की मिलीभगत से पंचायत में आई राशि का उपयोग विकास कार्यों में कम और सचिव एवं यहां के जिम्मेदारों ने अपने लिए ज्यादा किया। बताया जा रहा है कि पंचायत सचिव की दिलचस्पी यहां सेे रेत बेचने में ज्यादा रहती है, इसलिए उनका पंचायत के विकास एवं यहां के लोगोें से ज्यादा लेना-देना नहीं।

नहीं देते सूचना का अधिकार की जानकारी-
ग्राम पंचायत जहाजपुरा में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी भी मांगी गई, लेकिन सूचना का अधिकार कानून भी पंचायत सचिव एवं लोक सूचना अधिकारी अमर सिंह के आगे छोटा पड़ गया है। यही कारण है कि वे सूचना का अधिकार के तहत जानकारी भी उपलब्ध नहीं कराते। उन्होंने पंचायत को अपनी जागीर बना रखा है। जब इच्छा होती है, तब पहुंचते हैं एवं जोे इच्छा होती है वह काम करते हैं। ग्राम पंचायत जहाजपुरा में सूचना का अधिकार के तहत अपीलार्थी द्वारा जानकारी मांगी गई है, लेकिन आज तक पंचायत सचिव एवं लोक सूचना अधिकारी द्वारा यह जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। इससे साफ है कि वे अपनी मनमर्जी से ही पंचायत को चलाना चाहते हैं।

लगा रहे सरकारी खजाने को चपत-
ग्राम पंचायत जहाजपुरा के सचिव की दिलचस्पी यहां की रेत खदान से अवैध रूप से रेत बेचते में ज्यादा है। यही कारण है कि वे जहां अवैध तरीके से रेत का व्यापार करके सरकारी खजाने कोे चूना लगा रहे हैं तोे वहीं उन्होेंने अब तक ग्रामीणों से विभिन्न करों की राशि भी वसूल नहीं की है। इससे दोहरा घाटा सरकारी खजाने को लग रहा है।
नहीं उठाया फोन-
इस संबंध में चर्चा करनेे के लिए जनपद पंचायत बुधनी के सीईओ देवेश सराठे से चर्चा करनी चाही, लेकिन उनसे चर्चा नहीं हो सकी।