जसपाल सिंह अरोरा ने संभाला मैदान, जनसंपर्क करने पहुंचे तो हुआ भव्य स्वागत
कांग्रेस ज्वाइन करने के अगले दिन पहुंचे शशांक सक्सेना के लिए वोट मांगने

सीहोर। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं कद्दावर नेता जसपाल सिंह अरोरा ने भाजपा का दामन छोड़ने एवं कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने के अगले ही दिन फिर से मैदान संभाल लिया। इस दौरान जब वे श्यामपुर पहुंचे तो वहां पर उनका भव्य स्वागत, सत्कार किया गया। हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं अरोरा समर्थकोें ने उनकी भव्य अगवानी करते हुए उनके साथ मेें रैली निकाली। इस दौरान श्री अरोरा ने सभी का अभिवादन करते हुए उन्हें चुनाव में कांग्रेस की जीत के लिए जुट जाने को कहा। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता जसपाल सिंह अरोेरा ने इस दौरान श्यामपुर सहित बैरागढ़ खुमान, घाटपलासी, पानबिहार, निवारिया सहित कई अन्य गांवों का दौरा किया एवं सीहोेर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी शशांक सक्सेेना के लिए समर्थन जुटाया। यहां बता देें कि वरिष्ठ नेता जसपाल सिंह अरोरा सीहोर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन जब उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो उन्होंने घर वापसी करते हुए कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली। सीहोर के वरिष्ठ नेता रमेश सक्सेना सहित पार्टी के नेताओें, समर्थकों की उपस्थिति मेें श्री अरोरा को पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान जसपाल सिंह अरोरा ने सीहोेर विधानसभा सीट से कांग्रेस की जीत का दावा भी किया। कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने के अगले ही दिन उन्होंने फिर से मैदान भी संभाल लिया और शशांक सक्सेना केे समर्थन में वे उन्हें जीत दिलाने के लिए जुट गए।
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका-
विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को सीहोर में बड़ा झटका लगा है। यहां के कद्दावर नेता पूर्व जिला पंचायत, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने अब घर वापसी करते हुए कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली है। जसपाल सिंह अरोरा सीहोर विधानसभा सीट से भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, सर्वे में भी नाम था, लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बाद सेे ही नाराज भी थे एवं मंथन भी कर रहे थे। आखिरकार उन्होंने अब घर वापसी का मूड बनाकर कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है। श्री अरोरा के कांग्रेस में जाने से जहां कांग्रेस पार्टी को मजबूती मिलेगी, वहीं भाजपा के लिए राह कठिन भी हो जाएगी। वरिष्ठ नेता जसपाल सिंह अरोरा ने अपनी राजनीति की शुरूआत कांग्रेस पार्टी से की थी। वे लंबे समय तक कांग्रेस में रहे। इस दौरान यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भी बने। संगठन में भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। वे वर्ष 1999 से 2004 तक जिला पंचायत के अध्यक्ष भी रहे। हालांकि उन्होंने वर्ष 2003 में भाजपा का दामन थाम लिया था और तभी से वे भाजपा के एक सच्चे सेवक के तौर पर पार्टी, संगठन में काम कर रहे थे। उनकी धर्मपत्नी अमीता अरोरा भी नगर पालिका परिषद सीहोेर की अध्यक्ष रहीं हैं। उनके कार्यकाल में भी नगर को कई सौगातेें मिली। कद्दावर नेता जसपाल सिंह अरोरा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के काफी करीबी भी रहे हैं और उन्हीं के कहने पर उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामा था, तब से ही वे शिवराज सिंह चौहान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पार्टी में काम कर रहे थे। सीहोर विधानसभा क्षेत्र में उनका खासा वर्चस्व भी है और वे इस बार भाजपा से टिकट के प्रबल दावेेदार भी थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया।