
सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ पीपल्यामीरा स्थित जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री द्वारा हर माह कमाई तोे करोड़ोें रूपए तक की जा रही है, लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा संपत्ति कर चुकानेे में पसीने छूट रहे हैैं। दरअसल पनीर फैक्ट्री की मनमानी इस कदर है कि वह चोरी तोे कर रही हैै, लेकिन उसकी सीनाजोरी भी जारी है। यही कारण है कि इतनी गड़बड़ियां सामनेे आनेे केे बाद न तोे प्रशासन स्तर पर कोई पुख्ता कार्रवाई की गई है औैर न ही प्रबंधन द्वारा ग्राम पंचायत का संपत्ति कर चुकाया गया है।
जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री जहां ग्राम पीपल्यामीरा सहित आसपास के गांवों के लिए अभिशाप बन चुकी है तो वहीं यह फैक्ट्री ग्राम पंचायत के लिए भी परेशानी का कारण बनी हुई है। ग्राम पंचायत पीपल्यामीरा के अधिकार क्षेत्र में आनेे वाली यह पनीर फैक्ट्री न तोे ग्राम पंचायत को संपत्ति कर चुका रही है और न ही ग्राम पंचायत द्वारा मांगी गई जानकारी दे रही है। इसके कारण पंचायत की राजस्व की हानि भी हो रही है।
फैक्ट्री उगल रही है जहर-
जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री पीपल्यामीरा ग्राम पंचायत केे अधिकार क्षेेत्र में संचालित है। यह पनीर फैक्ट्री पीपल्यामीरा के ग्रामवासियोें सहित आसपास के कई गांवोें के लिए जहर उगल रही है। फैक्ट्री से निकलने वालेे कैमिकलयुक्त पानी के कारण आसपास केे जलस्त्रोत जहां पूरी तरह जहरीले होे गए हैैं तोे वहीं अब इस जहरीले पानी का असर तेजी सेे यहां के लोगोें के साथ ही जानवरों पर भी विपरीत प्रभाव डाल रहा है। फैक्ट्री के जहरीले पानी से अब तक कई ग्रामवासी मौत के शिकार हो गए हैैं तोे वहीं गांव केे एक-एक घर में लोग बीमार पड़ रहे हैं। कई लोग तोे कैंसर, फेफड़ोें जैसी गंभीर बीमारियोें से भी ग्रसित होे गए हैं। इतना सब होने के बाद भी जिम्मेेदार हाथ पर हाथ रखकर बैठेे हैं।
आयकर भी नहीं भरा था, अब संपत्ति कर भी नहीं दे रहे-
जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री द्वारा करोड़ों रूपए की आयकर की भी चोरी की गई थी। यह खुलासा भी जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री एवं उनके मालिकों के घर पड़ी दो माह पहले इनकम टैक्स की रेड में हुआ था। फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा करोड़ों रूपए की आयकर चोरी सामने आई थी। आयकर टीम कोे फैक्ट्री मालिक एवं उनके कर्मचारी के घर से बड़ी संख्या में नगदी भी मिली थी। आयकर टीम की रेड की सूचना से पहले ही फैक्ट्री के मालिक गायब हो गए थे। अब जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री द्वारा संपत्ति कर भी नहीं चुकाया जा रहा है और न ही संपत्ति का ब्यौरा ग्राम पंचायत को दिया जा रहा है। इसके कारण जहां पंचायत को राजस्व की हानि हो रही है, वहीं प्रशासन को भी फैक्ट्री की मनमानी से हर साल लाखों की चपत लग रही है।
इनका कहना है-
जयश्री गायत्री फूड की संपत्ति को लेकर प्रबंधन को कई बार पत्र लिखा गया है, लेकिन उन्होंने अब तक कितनी जगह पर उनकी फैक्ट्री संचालित है यह जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है। इस बारे में कई बार रिमाइंडर लेटर भी दिए गए हैं, लेकिन इसकेे बाद भी अब तक संपत्ति का ब्यौरा उपलब्ध नहीं कराया गया हैै। इसके कारण संपत्ति कर की राशि भी नहीं निकल पा रही है।
– वीरबल परमार, सचिव, ग्राम पंचायत पीपल्यामीरा