जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट लिमिटेड प्रशासन को भी कर रही गुमराह, नहीं हो रहा आदेश का पालन

अधिकारियोें ने जांच प्रतिवेदन एसडीएम को सौंपा, जांच में सामने आई जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री की मनमानी

सीहोर। जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव पिपलियामीरा में स्थित जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट लिमिटेड द्वारा प्रशासन को भी गुमराह करकेे फैक्ट्री का संचालन सतत जारी है। पनीर फैक्ट्री प्रबंधन प्रशासन के आदेेश कोे भी हवा में उड़ा रहा है। यही कारण है कि अब तक न तोे फैक्ट्री प्रबंधन ने प्रशासन द्वारा दिए गए आदेशों का पालन किया है और न ही कैमिकलयुक्त पानी छोड़ना बंद किया है। जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री की मनमानी कोे लेकर एसडीएम ने एक जांच दल बनाकर जांच रिपोर्ट मांगी थी। जांच दल ने मौैके पर जाकर जांच की। इसके बाद रिपोर्ट एसडीएम को सौैंपी है। जांच रिपोर्ट मेें जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री की मनमानी खुलेआम सामनेे आई है। अब एसडीएम द्वारा आदेश दिया गया है कि फैक्ट्री प्रबंधन कैमिकलयुक्त गंदा पानी की निकासी बंद करेें। ऐसा नहीं करनेे पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट लिमिटेड द्वारा लगातार कैमिकलयुक्त जहरीला पानी निकाला जा रहा है। इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा जांच कराई गई। नायब तहसीलदार द्वारा जांच रिपोर्ट में बताया गया कि जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री द्वारा वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है, लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा दूषित पानी रात में किसानों के खेतोें में निकाला जा रहा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि दिनांक 15 फरवरी एवं 28 फरवरी 2023 कोे वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट सेे गंदा पानी निकाला गया। यह पानी किसानों के खेतोें के अलावा भगवानपुरा तालाब मेें भी निकाला जा रहा है। भगवानपुरा तालाब से सीहोर की एक हिस्सा आबादी कोे पेयजल प्रदाय किया जाता है।
पनीर फैक्ट्री प्रबंधन कर रहा प्रशासन को गुमराह-
जांच रिपोर्ट के बाद दिए गए निर्देशोें को भी जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री प्रबंधन मानने को तैैयार नहीं है। पनीर फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा 4 अप्रैल 2023 को एसडीएम सीहोेर कोे लिखित जबाव प्रस्तुत किया गया है। इसमें कहा गया है कि जो आरोप फैक्ट्री प्रबंधन पर लगाए गए हैैं वे सब गलत एवं मिथ्यापूर्ण हैं। लिखिल जबाव में यह भी कहा गया है कि फैक्ट्री सभी नियमों को पूर्ण करते हुए संचालित की जा रही है। जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री प्रबधंन यह भी माननेे को तैैयार नहीं है कि वह दूषित पानी भगवानपुरा एवं किसानोें के खेतोें में निकाल रही है, जबकि नायब तहसीलदार, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सहायक यंत्री सहित अन्य विभागों के अधिकारी जांच रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से लिख चुके हैैं कि पनीर फैक्ट्री प्रबंधन दूषित पानी किसानों केे खेतों एवं भगवानपुरा तालाब मेें निकाल रहे हैैं।
मुआवजा तो नहीं दिया, अब दे रहे लालीपॉप-
जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट लिमिटेड कोे एनजीटी द्वारा निर्देश दिए गए हैैं कि दूषित जल के कारण किसानोें के खेतोें के जलस्त्रोत एवं उनकी फसलों को नुकसान हो रहा है। फैक्ट्री प्रबंधन किसानों एवं ग्रामीणोें कोे मुआवजा देे, लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मुआवजा तोे नहीं दिया गया है। अब पिपलियामीरा, चंदेरी सहित आसपास केे ग्रामीणोें कोे खुश करनेे के लिए उन्हें लॉॅलीपाप दिया जा रहा है। गत दिवस चंदेरी में मेेवाड़ा राजपूत समाज का विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया। इस विवाह सम्मेलन मेें किसानों एवं ग्रामीणोें के विरोध केे स्वरों कोे दबाने के लिए पनीर फैक्ट्री केे एमडी किशन मोदी द्वारा 22 जोड़ोें को 25 लाख रूपए की दहेज सामग्री का वितरण किया गया। पनीर फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा एक तरफ तोे पिपलियामीरा के ग्रामीणोें केे साथ अत्याचार किया जा रहा है, तोे दूसरी तरफ उन्हें लालीपॉप देकर चुप रहनेे कोे कहा जा रहा है। सूत्रों की मानेें तोे फैक्ट्री में काम करने वाले पिपलियामीरा केे कुछ वर्करोें के साथ पिछले दिनोें फैक्ट्री केे अंदर जमकर मारपीट भी की गई है। वर्करोें केे मोेबाइल भी छिन लिए गए हैैं एवं उन्हें बुरी तरह धमकाया भी गया है। इसके कारण वेे कुछ बोल भी नहीं पा रहे हैैं।