
सीहोर। प्रदेश सरकार द्वारा कोटवारों के लिए निर्धारित की गई नई वर्दी को लेकर जिले भर के कोटवारों में भारी आक्रोश है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में मप्र ग्राम कोटवार संघ के जिलाध्यक्ष छगनलाल मालवीय के नेतृत्व में कोटवारों ने नई वर्दी का सामूहिक बहिष्कार किया और जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान कोटवारों के बीच ‘मामा और मोहन’ सरकार की तुलना चर्चा का विषय रही। कोटवारों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें पुलिस जैसी वर्दी देकर सम्मान दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार द्वारा दी जा रही नई वर्दी उन्हें ‘गांव के शैतान’ या ‘जोकर’ जैसा दिखाती है।
प्रदर्शनकारी कोटवारों ने शासन द्वारा दी जा रही रेडीमेड वर्दी को अनफिट और अपमानजनक करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्दी वितरण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है, जिसके कारण घटिया कपड़े की वर्दी थमाई जा रही है। कोटवारों ने मांग की कि वर्दी का पैसा और सिलाई का खर्च सीधे उनके बैंक खातों में डाला जाए, ताकि वे स्वयं अच्छी गुणवत्ता का कपड़ा खरीदकर सम्मानजनक वर्दी सिलवा सकें।
जमीनों पर दबंगों का कब्जा
मुख्यमंत्री और राजस्व मंत्री के नाम तहसीलदार अमित सिंह को सौंपे गए ज्ञापन में कोटवारों ने अपनी अन्य व्यथा भी सुनाई। उन्होंने बताया कि कई कोटवारों की सेवा भूमि पर गांव के दबंगों ने कब्जा कर रखा है, जिसे मुक्त कराया जाए। इसके अलावा वर्ष 2023 में घोषित 500 रुपये की वेतन वृद्धि अब तक लागू नहीं हुई है। कोटवारों ने मांग की कि उनका वेतन हर माह की नियत तारीख पर दिया जाए और सेवानिवृत्ति पर मिलने वाली 1 लाख रुपये की राशि बिना देरी के प्रदान की जाए।
प्रमुख मांगें जिन पर अड़े कोटवार
– सेवानिवृत्त होने पर तत्काल परिजन की नियुक्ति की जाए।
– जिन कोटवारों की किसान आईडी नहीं बनी है, उन्हें तुरंत बनाया जाए।
– कोटवारों को भी ‘प्रधानमंत्री सम्मान निधि’ की पात्रता में शामिल किया जाए।
– वर्दी का कपड़ा और सिलाई की राशि नकद खातों में दी जाए।
प्रदर्शन में ये रहे शामिल
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से छगनलाल मालवीय, औंकार लाल, देवकरण पंवार, हरिनारायण, बलवान सिंह, मांगीलाल, अशोक मालवीय, रामलाल, दिलीप, संतोष कुमार, रामकिशन मालवीय, सुनील भारती, सतीश मालवीय, अंतराम, मुकेश, रमेश, जीवन सिंह, राधेश्याम, हिम्मत सिंह, लाखन सिंह, राजेंद्र मेहरा, कालूराम मालवीय सहित बड़ी संख्या में जिले भर के कोटवार उपस्थित रहे।