
सीहोर। चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित भव्य अन्नकूट उत्सव में श्रद्धालुओं को साक्षा बृजधाम की झलक देखने को मिली। अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में हुए इस आयोजन में गोवर्धन नाथ की भव्य झांकी सजाई गई, जिसे 56 भोगों से अलंकृत किया गया था।
महाप्रसादी ग्रहण करने के लिए देश के कोने कोने से हजारों श्रद्धालु पहुंचे। 56 भोग में औषधीय पकवानों का समावेशविठलेश सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित इस अन्नकूट उत्सव में भगवान को $56 से अधिक प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। समिति ने भोग सामग्री में विशेष रूप से पोषक तत्वों और इम्युनिटी को मजबूत करने वाली औषधीय सामग्री को शामिल किया।
मुख्य व्यंजन: तीन प्रकार की खीरए अनेक प्रकार के भजिए, एक दर्जन से अधिक मिठाइयां।
औषधीय सामग्री: तुलसी, नारियल, अदरक, दही, पनीर, आंवला, पालक, मैथी, ड्राय फ्रूट्स, कद्दू की सब्जी आदि के पकवान बनाए गए थे। श्रद्धालुओं के लिए विशेष शुगर फ्री मिठाई भी तैयार की गई थी।
डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पाया प्रसाद
शिव महापुराण के बाद मंदिर परिसर के विशाल हॉल में अन्नकूट दर्शन का आयोजन किया गया। कथा वाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा एवं विठलेश सेवा समिति के पदाधिकारियों की उपस्थिति में गौ माता और गोवर्धन नाथ की आरती हुई, जिसके पश्चात कुबेरेश्वर महादेव का महाप्रसाद वितरण शुरू किया गया। समिति द्वारा जारी जानकारी के अनुसार यह प्रसाद वितरण का सिलसिला लगातार आठ घंटे से अधिक समय तक जारी रहा, जिसमें डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं को नि:शुल्क भोजन प्रसादी प्रदान की गई।