सीहोर। जिला मुख्यालय के नजदीकी कुबेरेश्वर धाम पर चल रहे रूद्राक्ष महोत्सव एवं शिव महापुराण को लेकर इस बार जिला एवं पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। कलेक्टर लगातार अधिकारियों को निर्देश देकर हर पल की जानकारी ले रहे हैं। दरअसल पिछले दो वर्षों से लगातार हो रहे आयोजन में सीहोर जिला प्रशासन एवं विठलेश सेवा समिति की जमकर किरकिरी हुई। दो वर्षों से भव्य तैयारियों के बाद भी रूद्राक्ष महोत्सव एवं शिवमहापुराण का आयोजन असफल रहा। कथा बीच में ही बंद करनी पड़ी, लेकिन इस बार जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं विठलेश सेवा समिति की तैयारियां पुख्ता नजर आई। पहले ही दिन से प्रशासन पूरी तरह मैदान में मोर्चे पर डट गया। यही कारण रहा कि हर वर्ष की तरह जाम जैसी स्थिति नहीं बनी। बड़े वाहनों को तय रूट के अनुसार डायवर्ड किया गया तो वहीं यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त पेयजल, भोजन सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।
शिव कथा जगत का उद्धार करने वाली होती है : पंडित प्रदीप मिश्रा
शिव महापुराण की कथा सुनने का सौभाग्य मिला है। शिव महापुराण की कथा भक्ति, मुक्ति और संपूर्ण जगत का कल्याण करने वाली है। जगत का उद्धार करने वाली है। कुबेरेश्वरधाम की इस धरा से कथा का श्रवण करना एक साधना की तरह है। बाबा के घर आए हैं तो विश्वास रखे एक माह के अंदर ही आपकी पूजा सफल हो जाएगी। ये बातें जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में गुरुवार से आरंभ हुए रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन शिव महापुराण के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कही। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि तुलसी दल, जल, बेलपत्र तीनों चीजें हमारे व्रत, पूजन और साधना का प्रमाण है और हमारे मंत्र, हमारी साधना, तप का प्रमाण है। सृष्टि, पालन, संहार, तिरोभाव, अनुग्रह यह पांचों कार्य महादेव के हैं। प्रथम चार कृत्य संसार का विस्तार करने वाले हैं। पांचवा कर्म अनुग्रह मोक्ष के लिए है। जो भगवान शिव का जाप प्रतिदिन करता है वह शिव कृपा का भागी होता है।
अमेरिका सहित अन्य देशों के आए श्रद्धालु –
कथा के दौरान यहां पर अमेरिका से आए आस्थावान श्रद्धालु के बारे में चर्चा करते हुए पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि अमेरिका जैसे आधुनिक देश में निवास करने वाले कथा का श्रवण करने आए हैं। उन्होंने बताया कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे, कथा के तप और रुद्राक्ष की महिमा से अब रोग से मुक्ति मिली है। यह पंडाल में फूलों की साज-सज्जा की है, यह पहले बाबा की पौथी पर माला चढ़ाने आते थे, कुबेरेश्वरधाम के कारण इनका कल्याण हुआ। इस तरह के अनेक प्रमाण भगवान शिव की भक्ति के लिए प्ररित करते हैं। आपको शिव की प्राप्ति के लिए भक्ति में संपूर्ण रूप से समर्पित भाव से करना होगा। श्री मिश्रा ने कहा कि जब तक भगवान शंकर की कृपा नहीं होती, तब तक मनुष्य एक कदम भी भगवान की ओर नहीं बढ़ा सकता। शिव पुराण कथा कहती है जब मनुष्य मां की कोख में होता है तो रक्त, जल में सना हुआ होता है और जब जन्म लेता है तो संसार के जितने सुख-दुख, धर्म-कर्म है उनमें रमा हुआ होता है।
आज मनाई जाएगी धाम पर महाशिवरात्रि-
विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि इस बार की महाशिवरात्रि बहुत ही ज्यादा खास मानी जा रही है, क्योंकि इस दिन शुक्र प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। प्रदोष व्रत के अलावा इस दिन और भी कई दुर्लभ योग बन रहे हैं। भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा के द्वारा सुबह मंदिर परिसर में बने विशाल शिवलिंग की अर्चना की जाएगी, उसके पश्चात दोपहर में एक बजे से कथा, शाम को साढ़े छह बजे कथा और रात्रि में भजन गायक प्रस्तुति देंगे। इस दौरान 60 क्विंटल से अधिक खीचड़ी का फलाहार भक्तों के लिए बनाया जाएगा।
कलेक्टर द्वारा किया जा रहा है सतत निरीक्षण-
कुबेरेश्वर धाम में शिव महापुराण कथा का सुनने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा अनेक व्यवस्थाएं की गई हैं। इन व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा कथा प्रारंभ होने के पहले से सतत निरीक्षण कर अधिकारियों को दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। इसी क्रम में कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा अस्थाई अस्पताल, हेल्थ कैंप, सहायता केन्द्र, पेयजल और यातायात सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। इस दौरान उन्होंने इस व्यवस्था के नोडल अधिकारियों एवं ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों-कर्मचारियों को व्यवस्था के सुचारू एवं बेहतर संचालन के लिए संबंधित विभागों को आपस में समन्वय कर आवश्यकतानुसार त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
अमानक खाद्य सामग्री विक्रय करने पर होगी कड़ी कार्रवाई-
कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा कुबेरेश्वर धाम में 7 मार्च से आयोजित होने वाली शिव महापुराण कथा के दौरान अमानक खाद्य सामग्री विक्रय करने पर संबंधित दुकानदारों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। सामग्री की जांच के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग तथा नापतौल विभाग के अधिकारियों का संयुक्त दल गठित किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि कथा स्थल के आसपास विक्रय की जा रही खाद्य सामग्री की गुणवत्ता, खाद्य सामग्री विक्रय का पंजीयन, घरेलु सिलेंडर का उपयोग तथा प्रिंट मूल्य के अधिक सामग्री विक्रय की सघन जांच संयुक्त जांच दल द्वारा की जाएगी। अधिकारियों के संयुक्त जांच दल को निर्देशित किया गया है कि दुकानदार खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा जारी खाद्य पंजीयन प्राप्त करने के उपरांत ही खाद्य सामग्री का विक्रय मेले में करें। ऐसा नहीं करते पाए जाने पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। दूषित खाद्य सामग्री पाए जाने पर विनष्टिकरण किया जाएगा।
चौबीस घंटे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध –
कलेक्टर प्रवीण सिंह के निर्देशानुसार कुबेरेश्वर धाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए न केवल सभी आवश्यक व्यवस्थाएं एवं सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं, बल्कि इन व्यवस्थाओं का सुचारू रूप से संचालन भी किया जा रहा है। अब श्रद्धालुओं को कुबेरेश्वर धाम तक आवागमन, पेयजल, पार्किंग, चिकित्सा सुविधा एवं अन्य सहायता के लिए किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आ रही है। सड़क पर यातायात सामन्य गति से चल रहा है। जिन अधिकारियों कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है वे सभी सेवाभाव से अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। कुबेरेश्वर धाम में गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए दस बिस्तरों का आईसीयू अस्पताल सहित कई स्वास्थ्य कैंप लगाए गए हैं, जिसमें 24 घंटे चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध है। सामान्य बीमारी के इलाज के लिए अन्य हेल्थ कैंप भी लगाए गए हैं।
पेयजल की पर्याप्त और बेहतर व्यवस्था-
कुबेरेश्वर धाम में श्रद्धालुओं को पेयजल के लिए भटकना न पड़े इसका खास ध्यान रखा गया है। जगह-जगह प्याउ लगाए हैं। पानी की रिफलिंग के लिए ग्राम पंचायतों से पर्याप्त टैंकरों की व्यवस्था की गई है। पेयजल की व्यवस्था के साथ ही पानी की शुद्धता के लिए के जल स्त्रोंतों के साथ ही टैंकरों में क्लोरीन डाली जा रही है। टैंकरों में नल फिटिंग का कार्य पीएचई तथा रिफिलिंग का कार्य जनपद पंचायत, नगर पालिका वा दुग्ध संघ द्वारा किया जा रहा है।
पार्किंग के लिए पर्याप्त स्थान –
कुबेरेश्वर धाम के आसपास पार्किंग के लिए किसानों के साथ चर्चा कर पर्याप्त स्थान उपलब्ध कराया गया है। ऑटो और अन्य वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल होने से यातायात में किसी प्रकार का अवरोध नहीं आया और पार्किंग स्थल से श्रद्धालु से कथा पंडाल तक आसानी से पहुंचे।