
सीहोर। लोकसभा चुनाव के दौरान आयोजित होने वाली जनसभाओं में लगातार कांग्रेस के नेता भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम रहे हैं। इनमें से कई तो कांग्रेस पार्टी के ऐसे खाटी नेता हैं, जो शुरू से कांग्रेस के हाथ के साथ रहे। पार्टी ने उन्हें कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी सौंपी तो वहीं कई महत्वपूर्ण दायित्व भी दिए, लेकिन अब उनका भी कांग्रेस पार्टी से मोहभंग हो गया है। वे भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। यह क्रम यूं तो समस्त मध्यप्रदेश में चल रहा है, लेकिन विदिशा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली बुधनी विधानसभा सीट पर भी यह स्थिति लगातार बनी हुई है। एक तरफ विदिशा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रतापभानु शर्मा मैदान में डटे हुए हैं, तो वहीं उनको मजबूती देने वाले नेता ही पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी कांग्रेसमय हो रही है।
बुधनी के इन नेताओं ने भी ज्वाइन की भाजपा-
बुधनी विधानसभा में यूं तो कांग्रेस नेताओं का टोटा है, लेकिन जो थे वे भी अब भाजपा के साथ जा रहे हैं। रेहटी में आयोजित जनसभा के दौरान नगर के दो कांग्रेस नेता केशव चौहान एवं नरेंद्र सिंह यादव ने भी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष भाजपा ज्वाइन की। पूर्व मुख्यमंत्री ने उन्हें पार्टी का गमछा पहनाकर उनका भाजपा में स्वागत किया। केशव चौहान के साथ करीब 100 कांग्रेस कार्यकर्ता भी भाजपा में शामिल हुए। इससे पहले आम आदमी पार्टी के टिकट पर सिवनी-मालवा से विधानसभा का चुनाव लड़े सुनील गौर ने भी आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा ज्वाइन की है।
इन पदों पर रहे हैं ये नेता-
केशव चौहान: कांग्रेस के नेता रहे केशव चौहान भी कांग्रेस पार्टी में कई महत्वपूर्ण दायित्वों पर रहे। वे यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई,
सुनील गौर: आम आदमी पार्टी के टिकट पर सिवनी-मालवा विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने वाले सुनील गौर ने भी आप को छोड़कर
कांग्रेस के लिए आत्मचिंतन का समय या अवसर-
लोकसभा चुनाव के दौरान जिस तरह से कांग्रेस के लोग पार्टी छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर रहे हैं। वह कांग्रेस पार्टी के लिए अच्छी स्थिति नहीं है। इस समय कांग्रेस के लिए सबसे ज्यादा जरूरी आत्मचिंतन है। कांग्रेस पार्टी को आत्मचिंतन करना चाहिए। दूसरा पहलू कांग्रेस के लिए अवसर का भी है, लेकिन इस समय कांग्रेस को अवसरों से ज्यादा आत्मचिंतन की जरूरत है।