Sehore News : तेंदुए ने किया गाय का शिकार, वन विभाग ने बताया देलावाड़ी-कोलार रोड का नहीं है वीडियो

सोशल मीडिया पर हुआ था वायरल

सीहोर-रेहटी। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो को देलावाड़ी जंगल का बताया जा रहा है। इसमें एक तेंदुआ गाय का शिकार करता हुआ दिखाई दे रहा है। तेंदुए ने गाय की गरदन को दबाकर रखा हुआ है और एक राहगीर ने यह वीडियो बनाया था, जिसमें वे गाड़ी का हार्न बजाकर गाय को छुड़वाने का प्रयास करते हुए भी दिखाई दे रहे हैं, लेकिन आखिरकार तेंदुए ने गाय को नीचे खींच लिया। वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर चल रहा है, लेकिन वन विभाग के अधिकार इस वीडियो को न तो देलावाड़ी का बता रहे हैं और न ही कोलार रोड का बता रहे हैं। वीडियो को लेकर सोशल मीडिया फेसबुक पेज पर एक पोस्ट भी डाली गई है। यह पोस्ट पंजाब केसरी यूपी एकाउंट से पोस्ट हुई है, जिसमें वीडियो को लेकर कहा जा रहा है कि गाय को अपना शिकार बनाता तेंदुआ, यह वीडियो उत्तराखंड के रानीखेत के ताकुला बसोली का है।
वन विभाग ने दिया यह तर्क-
वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग का अमला सक्रिय हुआ एवं सर्चिंग शुरू की। वीडियो मुख्य सड़क मार्ग का है, इसलिए विभाग का अमला पूरे रास्ते इस जगह को तलाशता रहा। दरअसल वीडियो में सड़क किनारे लाल मिट्टी दिखाई दे रही है, लेकिन देलावाड़ी के जंगल में इस तरह की मिट्टी नहीं है। सड़क पर डामर है एवं सीमेंट-क्रांकीट का रोड है, इसके लिए वन विभाग के देलावाड़ी रेंज के डिप्टी रेंजर परसराम पोर्ते ने वीडियो को लेकर कहा कि ये वीडियो देलावाड़ी जंगल का नहीं है। यह फेंक वीडियो है। इसी तरह झोलियापुर सब रेंज के डिप्टी रेंजर बाबूलाल चढार ने भी इस वीडियो को कोलार रोड के जंगल का वीडियो होना नहीं बताया। वन विभाग का अमला साफ तौर पर इनकार कर रहा है कि ये वीडियो यहां का नहीं है, कहीं बाहर का है। वीडियो 15 अगस्त को वायरल होना बताया जा रहा है।
इनका कहना है-
वीडियो देखा है और वन विभाग की टीम ने इसकी तह तक जाने का प्रयास भी किया है, लेकिन स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है।
– रीतु तिवारी, रेंजर, वन परिक्षेत्र रेहटी
देलावाड़ी के जंगल में लाल मिट्टी सड़क किनारे कहीं नहीं है। यहां पर पक्की सड़क है। वीडियो वायरल होने के बाद सर्चिंग की है, लेकिन ऐसा कोई घटना देलावाड़ी के जंगल में नहीं हुई है।
– परसराम पोर्ते, डिप्टी रेंजर, देलावाड़ी रेंज
वीडियो को देखा है। ऐसी जगह कोलार रोड पर कहीं नहीं है, सर्चिंग भी की गई है, लेकिन ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।
– बाबूलाल चढार, डिप्टी रेंजर, झोलियापुर सब रेंज

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