
सीहोर। जिले के भैरूंदा स्थित कृषि उपज मंडी में तुलावटियों ने व्यापारियों द्वारा राशि नहीं बढ़ाने के विरोध में हड़ताल कर दी। प्रत्येक दो वर्ष में एग्रीमेंट के अनुसार तुलावटियों की राशि बढ़ाई जाती है, लेकिन इस वर्ष यह राशि नहीं बढ़ाई गई। तुलावटियों की हड़ताल से नीलामी कार्य भी बंद हो गया। इसके कारण भैरूंदा कृषि उपज मंडी के बाहर ट्रेक्टर-ट्रॉलियों की लंबी कतार लग गई। नीलामी कार्य बंद होने से किसानों ने भी मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। इसके कारण स्थिति बिगड़ने लगी। चक्काजाम की सूचना अधिकारियों तक पहुंची तो एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी, एसडीओपी दीपक कपूर, थाना प्रभारी घनश्याम दांगी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद किसानों से चर्चा कर उन्हें आश्वासन दिया गया। बाद में किसानों ने चक्काजाम खोल दिया एवं अधिकारियों ने नीलामी कार्य शुरू कराया।
तुलावटियों की ये है मांग-
मंडी में फसलों की तुलाई करने वाले तुलावटियों की मांग है कि गाड़ी भरने के लिए उन्हें 60 रूपए प्रति टन राशि दी जाए। इसके अलावा व्यापारियों द्वारा भी वर्तमान राशि में 6 प्रतिशत की वृद्धि की जाए। तुलावटी संघ के अध्यक्ष वनफ सिंह कुमरे ने बताया कि राशि में वृद्धि प्रत्येक दो वर्ष में होती है। इस बार वृद्धि होनी है और इसके लिए मंडी सचिव से भी कहा गया था। मंडी कार्यालय पहुंचकर इसका आवेदन भी दिया था, लेकिन अब तक वृद्धि नहीं हुई तो हमें हड़ताल पर जाना पड़ा। किसानों का कहना है कि
दो दिनों से खड़े किसानों गुस्साए-
भैरूंदा मंडी राला के पास शिफ्ट कर दी गई है। पिछले सीजन में वहां कुछ दिनों नीलामी कार्य भी हुआ, लेकिन अभी वहां पर व्यवस्थाएं नहीं होने के कारण नीलामी कार्य भैरूंदा स्थित कृषि उपज मंडी में ही किया जा रहा है। मंडी में जगह की कमी के कारण सड़कों पर किसानों के ट्रेक्टर
इनका कहना है-
मंडी में व्यापारियों के तुलावटियों ने राशि नहीं बढ़ाने को लेकर हड़ताल कर दी। इसके कारण नीलामी कार्य भी बंद हो गया। किसानों ने मुख्य मार्ग पर चक्काजाम भी कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन के साथ मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। किसानों से चर्चा कर उन्हें समझाईश दी गई एवं चक्काजाम खत्म कराया। व्यापारियों एवं तुलावटियों से भी चर्चा हुई है। फिलहाल तुलाई कार्य शुरू कराया गया है एवं तुलावटियों की मांग के अनुसार उन्हें राशि दिलाई जाएगी। दो दिनों बाद इस पर फिर से चर्चा की जाएगी।
– मदन सिंह रघुवंशी, एसडीएम भैरूंदा, जिला-सीहोर
व्यापारियों एवं हिम्मालों के बीच दरों को लेकर मतभेद था। इसके लिए हिम्मालों ने हड़ताल कर दी। प्रत्येक दो वर्ष में दरों में वृद्धि की जाती है, लेकिन इस बार हिम्मालों ने नई शर्तें रखी दीं, इसके कारण ये स्थिति बनी। वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली एवं नीलामी कार्य शुरू कराया।
– विलियम जार्ज, सचिव, कृषि उपज मंडी, भैरूंदा