गणपति बब्बा मोरिया, अगले वरस तू जल्दी आ… के साथ हुई भगवान श्रीगणेश की विदाई
- जगह-जगह निकले चल समारोह
सीहोर। 10 दिनों तक चले गणेशोत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी पर हो गया। इस दौरान जिला मुख्यालय सहित जिलेभर में गणपति बब्बा मोरिया, अगले वरस तू जल्दी आ… के साथ भगवान श्रीगणेश को विदाई दी गई। गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर प्रशासन द्वारा तैयारियां की गईं थीं। इस दौरान देर रात तक प्रतिमाओं का विसर्जन होता रहा। इससे पहले श्री गणेश प्रतिमाओं की एक से बढ़कर एक झांकियां निकाली गईं। जिला मुख्यालय सहित जिलेभर के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में ढोल, बाजों के साथ झांकियां निकाली गईं। इसके बाद भगवान श्रीगणेश की आरती हुई एवं उनका विसर्जन किया गया।
जगह-जगह बनाए विसर्जन कुंड –
श्रीगणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए जिला प्रशासन सहित स्थानीय प्रशासन ने व्यवस्थाएं की थीं। जिला मुख्यालय सहित भैरूंदा, बुधनी, रेहटी, आष्टा, इछावर में अलग-अलग व्यवस्थाएं बनाईं गईं थीं। नदियां, सरोवर में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए व्यवस्थाएं की गईं थीं। यहां पर पुलिस बल, गोताखोरों को भी तैनात किया गया था। गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन सुबह से ही शुरू हो गया, जो देर रात तक चलता रहा। इस दौरान बड़ी प्रतिमाओं को क्रेन की सहायता से विसर्जित किया गया। छोटी प्रतिमाओं के लिए भी अलग कुंड बनाए गए थे।
चल समारोह में अखाड़े दिखाएंगे करतब –
सीहोर में परंपरा के अनुसार हर वर्ष निकलने वाला अनंत चर्तुदशी चल समारोह मंगलवार रात्रि करीब 10 बजे स्थानीय कोतवाली चौराहे से प्रारंभ होगा। इसमें शहर की दो दर्जन से अधिक छोटी-बड़ी झांकियां व कई अखाड़े शामिल होंगे। अखाड़ों द्वारा एक से बढ़कर एक करतब दिखाए जाएंगे। इस दौरान हिन्दू उत्सव समिति द्वारा झांकियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। इस मौके पर जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों एवं व्यापारी संगठनों द्वारा स्टेज बनाकर झांकियों पर पुष्प वर्षा की जाएगी। इससे पहले हिन्दु उत्सव समिति के पदाधिकारियों ने विभिन्न स्थानों पर बन रही झांकियां पर पहुंचकर झांकी निर्माताओं का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर हिन्दु उत्सव समिति के अध्यक्ष आशीष गुप्ता, समाज सेवी पं. महेश दुबे, प्रवक्ता राजेन्द्र नागर, पार्षद लोकेन्द्र वर्मा, पुरुषोत्तम मीणा उपस्थित रहे। हिन्दु उत्सव समिति के अध्यक्ष आशीष गुप्ता ने बताया कि चल समारोह को लेकर नगर सहित ग्रामीण अंचलों में उत्साह का वातावरण रहता है।