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ऑनलाइन गेम में एक लाख 70 हजार गवाएं, तो खा लिया जहरीला पदार्थ

बिजासन अस्पताल के डॉक्टरों की सूझ-बूझ से बची जान

रेहटी। ऑनलाइन गेम बच्चों एवं युवाओं के लिए बेहद खतरनाक साबित होे रहे हैं। इन गेमोें के कारण जहां बच्चे अपने अभिभावकों की आर्थिक हानि करवा रहे हैं तोे वहीं इसका उनके मन-मस्तिष्क पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला रेहटी मेें सामने आया। दरअसल रेहटी के बिजासन अस्पताल में पिछले दिनोें एक युवक को गंभीर अवस्था मेें भर्ती किया गया। युवक नसरूल्लागंज तहसील केे बागलीखेड़ा छापरी गांव का रहने वाला था। युवक का नाम संजय मेहता पिता रामसिंह मेहता बताया जा रहा है। संजय मेहता नाम के इस युवक ने ऑनलाइन गेम रमी कल्चर में अपने पिताजी के खातेे से एक लाख 70 हजार रूपए गवां दिए। जब इस बात का पता परिजनों को चला तो युवक ने डर के मारे गलत कदम उठातेे हुए जहरीला पदार्थ खा लिया। परिजन युवक को गंभीर अवस्था में रेहटी स्थित बिजासन अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां पर डॉक्टर एके नायर सहित उनकी टीम ने तत्काल युवक को भर्ती करके उसका इलाज शुरू किया। डॉक्टरोें की मेहनत रंग लाई और युवक स्वस्थ हो गया। बिजासन अस्पताल के डॉक्टर एके नायर ने बताया कि युवक जिस समय अस्पताल आया था उस समय उसकी स्थिति बेहद गंभीर थी। उसने जहरीला पदार्थ खाया था, लेकिन तत्काल इलाज मिलने के कारण युवक स्वस्थ होकर अब अपने घर पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि युवक द्वारा ऑनलाइन गेम्स में अपनेे पिताजी के खाते से करीब एक लाख 70 हजार रूपए गवा दिए गए थे। हालांकि अब युवक स्वस्थ है औैर अपनेे घर जा चुका है।
खुलेआम चल रहा है ऑनलाइन जुआं-
एक तरफ पुलिस विभाग द्वारा जुआरियों, सटोेरियोें को पकड़ने केे लिए अभियान चलाए जाते हैं। जुआ-सट्टा खेलने और खिलाने वालों पर कार्रवाई की जाती है। इसकेे लिए पुलिस टीम रात-दिन लगी रहती है, लेकिन ऑनलाइन गेम्स द्वारा खुलेआम जुआ खिलाया जा रहा है। इन ऑनलाइन गेम्स का प्रचार-प्रसार भी बड़े-बड़े स्टारों द्वारा किया जा रहा है। येे ऐसे स्टार्स हैं, जिन्हें युवा अपना आदर्श मानते हैं और उनके पदचिन्हों पर चलतेे हैं। हालांकि ऑनलाइन गेम्स पर प्रतिबंध लगे तोे ऐसे मामले संभवतः प्रकाश में न आएं।

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