गीतकार रमेश गोहिया स्मृति साहित्य साधक सम्मान से सम्मानित हुए रामकिशोर नाविक

सीहोर। स्थानीय रुकमणी गोविंद गार्डन के सभागार में सोमवार को अखिल भारतीय साहित्य परिषद एवं सृजन साहित्य परिषद सीहोर के बैनर तले गीतकार स्व. रमेश गोहिया की जन्म जयंती पर काव्य समागम एवं सम्मान समारोह का आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला प्रेस अध्यक्ष राकेश राय रहे। अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार पं. शैलेश तिवारी ने की। विशेष अतिथि के रूप में नवी मुंबई से आए भारतीय रेल विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर राजेश टैगोर, इंजीनियर बाबा पंडित रामचंद्र मिश्रा, विनोद पंसारी अध्यक्ष सृजन साहित्य परिषद, डॉ. विजेंद्र जायसवाल अध्यक्ष अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला सीहोर रहे। सर्वप्रथम मां सरस्वती एवं स्व. गोहिया जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। सरस्वती वंदना एवं स्व. रमेश गोहिया की कालजयी रचना माटी का दिया कि सस्वर प्रस्तुति कवि आदित्य हरी गुप्ता ने दी। कार्यक्रम का सफल संचालन वरिष्ठ पत्रकार डॉ प्रदीप एस. चौहान ने किया। अतिथियों का स्वागत पुष्प माला पहनाकर हरिश्चंद्र आर्य, सुरेश सोनी, देव ऋषि गोहिया एवं हिमालय गोहिया ने किया।
स्वागत भाषण देते हुए अखिल भारतीय साहित्य परिषद के जिला अध्यक्ष डॉ. विजेंद्र जायसवाल ने कहा कि ऐसे साहित्यकारों का सानिध्य पाकर हम गौरांवित हैं और हृदय की गहराइयों से सभी अतिथियों एवं सदन में बैठे साहित्य प्रेमियों का स्वागत वंदन अभिनंदन करते हैं। वर्ष 2025 का रमेश गोहिया स्मृति साहित्य साधक सम्मान वरिष्ठ गीतकार रामकिशोर नाविक इटारसी को शाल, श्रीफल, सम्मान निधि एवं सम्मान पत्र भेंट कर अतिथियों एवं वरिष्ठ पत्रकार रघुवर दयाल गोहिया, देव ऋषि गोहिया, हिमालय गोहिया द्वारा भेंट किया गया। साथ ही मुंबई से पधारे राजेश टैगोर सहित समस्त अतिथियों को प्रतीक चिन्ह बैठकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राकेश राय द्वारा स्व. गोहिया स्मृति साहित्य सम्मान समारोह पर बोलते हुए कहा कि स्व. रमेश भाईसाहब सहज सरल और नेक दिल इंसान थे। उन्हें हम सदैव याद करते रहेंगे।
विशिष्ट अतिथि राजेश टैगोर ने कहा कि उनका स्नेह और आशीर्वाद सदा हमारे साथ रहेगा। वरिष्ठ पत्रकार शैलेंद्र श्रीवास्तव ने स्व. रमेश गोहिया के व्यक्तित्व पर आधारित रचना सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। अध्यक्षता कर रहे पंडित शैलेश तिवारी ने भाई साहब के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भाई साहब ने छोटी-छोटी गोष्ठियों बड़े-बड़े कवि सम्मेलन के साथ साथ आकाशवाणी पर अपने गीतों से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया था। वह बहुत ही सरल व्यक्तित्व के धनी थे। वह गीतों के माध्यम से सदैव हमारे बीच रहेंगे। इस अवसर पर काव्य गोष्ठी का भी आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य रूप से गीतकार रामनारायण राठौर, जयमल सिंह रजपाल, द्वारका बांसुरिया, हरिश्चंद्र आर्य, हरिओम शर्मा, विनोद पंसारी, राजेश टैगोर, रामकिशोर नाविक इटारसी, हिमांशु शर्मा होशंगाबाद, संतोष सिसोदिया, हीरालाल शर्मा, हीरालाल जायसवाल “अनाड़ी”, जोरावर सिंह, निर्मल पचौरी, आकाश माथुर, लक्ष्मण सिंह चौकसे, आदित्य हरी गुप्ता, राम सिंह परमार, शैलेंद्र श्रीवास्तव, रामबाबू सक्सेना, जितेंद्र नारोलिया, डॉ. विजेंद्र जायसवाल आदि मुख्य रूप से रहे।।इस अवसर पर राजकुमार गुप्ता, पत्रकार सेख मुंशी, पत्रकार आशीष गुप्ता, अशोक सोनी, डॉ अशोक पिचोनिया, प्रदीप चावड़ा सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। अंत में कार्यक्रम का आभार विनोद पंसारी ने माना।

Exit mobile version