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शिक्षा के मंदिर को बनाया कमाई का जरिया, शिक्षक पैसेे लेकर करा रहे नकल

कलेक्टर के सामने वाहवाही कराने शत-प्रतिशत रिजल्ट के लिए शिक्षकों ने लांघी मर्यादा

भैरूंदा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान की बुदनी विधानसभा केे छीपानेर स्थित स्वर्गीय ठाकुर श्री प्यार सिंह चौहान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय इस समय यहां के शिक्षकों के लिए कमाई का जरिया बना हुआ है। यहां पर 9वीं एवं 11वीं कक्षा की परीक्षाएं चल रही हैं। शिक्षकों द्वारा यहां पर बच्चों से 300 से 500 रूपए लेकर खुलेआम नकल कराई जा रही है। शिक्षकों ने शिक्षा के मंदिर को ही कमाई का जरिया बना लिया है। इधर कलेक्टर के शत-प्रतिशत रिजल्ट के निर्देश भी स्कूल पर भारी पड़ रहे हैैं, इसलिए यहां के शिक्षक कमाई के साथ ही वाहवाही लूटने के लिए खुलेआम नकल करवाकर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
भैरूंदा विकासखंड का स्वर्गीय ठाकुर श्री प्यार सिंह चौहान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संकुल केंद्र है। इस स्कूल केे अंतर्गत 14 मिडिल, 20 प्राइमरी, 7 हाईस्कूल एवं 3 हायर सेकंडरी स्कूलें आती हैं। संकुल केंद्र होने के बाद भी यहां पर केवल दो नियमित शिक्षक हैैं। इनमें एक हैं आरएन यादव, जो यहां के प्रभारी प्राचार्य हैं तोे दूसरे शिक्षक प्रकाश मालवीय हैं। स्कूल में परीक्षा के समय प्रभारी प्राचार्य भी नदारद मिले तोे वहीं पूरी परीक्षा का जिम्मा अतिथि शिक्षकों के भरोसे हैं।
आब्जेक्टिव ज्यादा नंबर के हैं, इसलिए नकल करवा रहे-
गुरूवार को 9वीं कक्षा का अंतिम पेपर था। इस दौरान स्कूल में 9.30 से 10 बजे के बीच में यहां के बच्चों से खुलेआम नकल करवाई जा रही थी। कुछ कक्षाओं में बोेर्ड पर लिखकर नकल करवाई जा रही थी तो वहीं कुछ कक्षाओें में अतिथि शिक्षक मोेबाइल द्वारा बच्चों को नकल करवा रहे थे। इससे पहले भी स्कूल में अन्य पेपरों में 9.30 से 10 बजे के बीच में बच्चों सेे नकल करवाई गई। जब इस संबंध मेें परीक्षा के समय मौजूद शिक्षक प्रकाश मालवीय से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि आब्जेक्टिव ज्यादा नंबर के आतेे हैैं, इसलिए नकल करवा रहे थे।
कलेक्टर केे निर्देेश चाहिए शत-प्रतिशत रिजल्ट-
सीहोेर जिला कलेक्टर स्कूलों को लेकर बेहद गंभीर है। यही कारण है कि उन्होंने सीहोेर जिले मेें आने के बाद स्कूलों की स्थिति बेेहतर करने की मुहिम चलाई। इसके लिए उन्होेंने स्कूलों को स्मार्ट बनाने का अभियान चलाया तोे वहीं जिलेभर के शिक्षकों की बैठक बुलाकर उन्हें निर्देश भी दिए कि स्कूलों का रिजल्ट बिना नकल कराए शत-प्रतिशत आए। कलेक्टर के निर्देश के बाद छिपानेर संकुल केंद्र के शिक्षकों की चिंता बढ़ गई। दरअसल संकुल केंद्र में दो शिक्षक नियमित हैैं एवं 8 शिक्षक अतिथि हैं। अतिथियों के भरोसे ही यहां का स्कूल संचालित होे रहा है। ऐसे में सालभर बच्चोें कोे पढ़ाई नहीं करवाकर यहां केे प्रभारी प्राचार्य एवं स्टॉफ ने शत-प्रतिशत रिजल्ट के लिए बच्चों को खुलेआम नकल करवानी शुरू कर दी। अब नकल करवाकर शत-प्रतिशत रिजल्ट लाकर वाहवाही भी करवाना चाहते हैैं तो वहीं बच्चों से पैसे लेकर कमाई भी कर रहे हैैं।
इनका कहना है-
आपके द्वारा मामला संज्ञान में आया हैै। इसकी जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।
– संजय सिंह तोमर, जिला शिक्षा अधिकारी, सीहोेर

यदि लोेकल परीक्षाओं में नकल कराई जा रही है तोे ये उचित नहीं है। पैसे लेकर नकल कराना बेहद गंभीर मामला है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
– भूपेश शर्मा, ब्लाक शिक्षा अधिकारी, भैरूंदा

आब्जेेक्टिव ज्यादा नंबर के आतेे हैैं, इसलिए सिर्फ आब्जेेक्टिव बता रहे हैैं। प्राचार्य लंच के बाद आते हैैं।
– प्रकाश मालवीय, परीक्षा केंद्र प्रभारी, छीपानेर

 

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