’महादेव’ पर भी आकाशील बिजली का प्रकोप, कपड़ा दुकान एवं बिजली खंबे पर भी गिरी
सीहोर। इस समय प्राकृतिक आपदाओं एवं आकाशीय बिजली के कारण न सिर्फ इंसानों की जानें जा रही हैं, बल्कि इनकी गिरफ्त में अब सबको बचाने वाले भगवान महादेव भी आ रहे हैं। ऐसा ही कुछ नजारा बुधवार को सीहोर जिले के भैरूंदा के नजदीक प्रसिद्ध नर्मदा तट नीलकंठ स्थित प्राचीन मंदिर नीलकंठेश्वर में भी देखने को मिला। यहां पर स्थापित शिवलिंग पर भी आकाशीय बिजली गिर गई। इसके कारण शिवलिंग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा भैरूंदा स्थित एक कपड़ा दुकान एवं स्वप्नसिटी स्थित एक बिजली के खंबे पर भी आकाशीय बिजली गिरने की सूचना है। यहां बता दें कि कुछ दिन पहले भैरूंदा में सुदामापुरी निवासी पत्रकार संतोष खंडेलवाल के घर पर भी आकाशीय बिजली गिर गई थी। इसके कारण उनकी छत में भी छेद हो गया था।
बुधवार को दोपहर करीब 2 बजे के बाद अचानक से मौसम ने करवट बदली और देखते ही देखते तेज हवा के साथ में बारिश का दौर भी शुरू हो गया। इस दौरान तेज आवाज के साथ में बादल की गड़गड़ाहट भी सुनाई दी तो वहीं बिजली भी चमकने लगी। बारिश लगातार करीब तीन घंटे तक होती रही। इस दौरान तेज हवा, बारिश के साथ में तीन स्थानों पर आकाशीय बिजली गिर गई। भैरूंदा स्थित एक कपड़ा दुकान एवं स्वप्नसिटी स्थित एक बिजली के खंबे के अलावा नीलकंठ में प्राचीन मंदिर में शिवलिंग पर भी आकाशील बिजली का प्रकोप देखने को मिला। बिजली गिरने से शिवलिंग भी क्षतिग्रस्त हो गया। मंदिर के पास अनुष्ठान कर रहे पंडित राधेश्याम ने बताया कि हम नीचे नदी में स्नान करने गए थे, तभी अचानक तेज आवाज आई और वहां पर तेज रोशनी दिखाई दी। हमने सोचा कि यह बिजली की रोशनी होगी। ऊपर आए जब मंदिर में जाकर देखा तो शिवलिंग खंडित था। यह नजारा उनके साथ दो अन्य शिष्यों ने भी देखा।
सूचना के बाद पुलिस भी पहुंची नीलकंठ –
नीलकंठ में शिवलिंग पर आकाशील बिजली की सूचना के बाद स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में मंदिर पर पहुंचे। इस दौरान भैरूंदा सहित आसपास के गांव के लोग भी वहां पर पहुंचे। भैरूंदा थाना प्रभारी घनश्याम दांगी ने बताया कि क्षेत्र में तीन स्थानों पर बिजली गिरी है, जिनमें स्वप्नसिटी में बिजली का खंबा, जेपी मार्केट में एक कपड़े की दुकान की छत पर बिजली गिरी है। नीलकंठ में मंदिर के शिखर पर बिजली गिरी है। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम नीलकंठ मंदिर पहुंची।