सुमित शर्मा, सीहोर-रेहटी
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प्रदेश में चल रहे त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव का आखिरी तीसरा चरण 8 जुलाई को समाप्त हो जाएगा। इससे पहले चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवार हर स्तर से जीत की जुगत में लगे हुए हैं। तीसरे चरण के तहत बुदनी विकासखंड की ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों सहित जिला पंचायत के वार्ड नंबर 13 एवं वार्ड नंबर 14 के लिए भी वोटिंग होगी। इस बार इस महामुकाबले में स्थानीय दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। भाजपा के कई बड़े स्थानीय नेता चुनावी मैदान में है और वे अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए हर स्तर से प्रयास कर रहे हैं। इन सभी नेताओं की प्रतिष्ठा का सवाल बन चुके चुनाव में इनके भाग्य का फैसला भी 8 जुलाई को हो जाएगा।
पंचायत चुनाव तीन चरणों में हो रहे हैं। अंतिम चरण में बुदनी विकासखंड एवं आष्टा विकासखंड के तहत आने वाली ग्राम पंचायतों में पंच, सरपंच, जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत सदस्यों के लिए वोटिंग होगी। इसकी तैयारियां हो गर्इं हैं। सीहोर जिला मुख्यालय से चुनाव सामग्री लेकर टीमें रवाना हो गर्इं हैं।
जिला पंचायत वार्ड नंबर 13 बना हाईप्रोफाइल-
बुदनी विधानसभा के तहत आने वाला जिला पंचायत का वार्ड नंबर 13 इस समय सबसे हाईप्रोफाइल वार्ड बना हुआ है। इस वार्ड से भाजपा के कई दिग्गज नेता चुनाव मैदान में है और वे अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पिछले 15 दिनों से क्षेत्र के गांव-गांव की खाक छान रहे हैं। घर-घर जाकर लोगों से संपर्क कर रहे हैं तो वहीं जीत के बाद कई तरह के वादे पूरा करने का आश्वासन भी दे रहे हैं। इस वार्ड से भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंडी अध्यक्ष आसाराम यादव, वरिष्ठ एवं दिग्गज नेता घासीराम पटेल, भाजपा सलकनपुर मंडल के पूर्व अध्यक्ष राम सजीवन यादव, भाजपा के युवा एवं ऊर्जावान नेता नीतेश साहू, सुशीला निमोदा सहित कांग्रेस के युवा नेता कमलेश पटेल चुनाव मैदान में हैं। कुल 6 प्रत्याशियों में से पांच भाजपा समर्थित हैं तो एक प्रत्याशी कमलेश पटेल कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार हैं। हालांकि इन उम्मीदवारों में से कई का गांवों में विरोध भी हो रहा है और उनके पोस्टर बैनर फाड़े जा रहे हैं, निकाले जा रहे हैं। इससे उनकी स्थिति अभी से ही साफ नजर आ रही है।
इधर जनपद पंचायत के लिए भी है कड़ा मुकाबला-
बुदनी विकासखंड के तहत आने वाले जनपद पंचायतों के 25 वार्डों में से वार्ड नंबर 4 एवं 5 में भी इस बार कांटे का मुकाबला नजर आ रहा है। सबसे ज्यादा कड़ा मुकाबला वार्ड नंबर 5 में हैं। यहां से मुख्यमंत्री के करीबी एवं सलकनपुर मंदिर समिति के सदस्य वरिष्ठ नेता अरविंद दुबे और भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश सिंह राजपूत के बीच में कांटे की टक्कर है। दोनों अपने-अपने स्तर से चुनाव प्रचार में जुटे रहे तो अब अंतिम समय में जातीय समीकरण पर भी फोकस किए हुए हैं। दोनों की क्षेत्र में अपनी-अपनी छवि एवं संपर्क है, इसलिए यहां पर कांटे का मुकाबला होना तय है। इसी तरह वार्ड नंबर 4 में भी तीन प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं और तीनों ही भाजपा समर्थित हैं। यहां से कंचन प्रदीप पटैरिया, रीतू विजय सिंह यदुवंशी और संगीता पिंटू केवट चुनाव मैदान में हैं। तीनों प्रत्याशियों के ही जीत के दांवे भी हैं, लेकिन अब यह देखना होगा कि कौन के दावों पर मतदाता खरे उतरते हैं।
बड़े नेताओं ने बनाई दूरियां, अकेले किया संघर्ष-
जिला पंचायत वार्ड नंबर 13 के लिए मैदान में उतरे भाजपा और कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार में स्थानीय बड़े नेताओं ने भी दूरियां बनाकर रखी। प्रत्याशियों ने अपने दम पर ही प्रचार-प्रसार किया। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि कुछ नेताओं ने पर्दे के पीछे से सपोर्ट किया है, लेकिन यह सपोर्ट उन्हें ही मिला है, जिनकी क्षेत्र में बेहतर छवि एवं प्रतिष्ठा है और जो जीत सुनिश्चित करता दिखाई दे रहा हो।