सुमित शर्मा, सीहोर।
तीन वर्षों से अधिक समय तक सीहोर जिले के पुलिस कप्तान के रूप में पदस्थ रहे अखिल भारतीय पुलिस सेवा वर्ष 2012 के अधिकारी मयंक अवस्थी का कार्यकाल शानदार रहा। वे निर्विवाद पुलिस अधीक्षक के रूप में यहां पर पूरे समय अपनी सेवाएं देते रहे। इस दौरान उन्होंने अपराधों, अवैध कार्यों को नियंत्रित किया तो वहीं उनके कार्यकाल में सीहोर जिला पुलिस ने कई बड़े-बड़े खुलासे भी किए। इस दौरान कई नवाचार भी देखने को मिले, जिन्होंने सीहोर जिले की जमकर वाहवाही कराई। अब शासन ने उन्हें सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल में पदस्थ किया है। उनके स्थान पर सीहोर पुलिस अधीक्षक के रूप में वर्ष 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी दीपक कुमार शुक्ला को पदस्थ किया गया है। वे अब तक विदिशा एसपी के पद पर पदस्थ थे और अब उन्हें सीहोर जिले की कमान सौंपी गई है। सीहोर में नवागत एसपी दीपक कुमार शुक्ला के सामने जहां अपराधों, अवैध कार्यों पर अंकुश लगाने की अहम जिम्मेदारी होगी तो वहीं जिले में उन्हें कई चुनौतियों से भी सामना करना पड़ेगा।
मयंक अवस्थी के कार्यकाल में हुए नवाचार, बड़े-बड़े खुलासे –
सीहोर जिले में तीन वर्षों से अधिक समय तक पदस्थ रहे आईपीएस अधिकारी मयंक अवस्थी के कार्यकाल में जहां त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव, नगरीय निकाय चुनाव, विधानसभा चुनाव एवं लोकसभा चुनाव संपन्न हुए तो वहीं तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सीहोर जिले में लगातार दौरे कार्यक्रम में उनकी सुरक्षा व्यवस्था की अहम जिम्मेदारी रही। इस दौरान नवरात्रि में लगने वाला सलकनपुर मेला, इछावर के समीप बारह खंबा मेला, कुबेरेश्वर धाम में हुए आयोजनों सहित अन्य आयोजनों में लोगों की सुरक्षा व्यवस्था भी बड़ी चुनौती के रूप में रही। उनके कार्यकाल के दौरान सीहोर जिला पुलिस ने सलकनपुर मंदिर में हुई बड़ी चोरी सहित जिलेभर में हुई अन्य बड़ी चोरियों के खुलासे भी किए। अवैध कार्य, गांजा, जुआं, सट्टा पर भी बड़ी-बड़ी कार्रवाईयां की गईं। इस दौरान वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से थानों से ही जनसुनवाई जैसे नवाचार भी किए गए, जिससे लोगों को सीहोर तक जाना नहीं पड़ा और उनकी समस्याओं का समाधान हो गया।
नवागत एसपी दीपक कुमार शुक्ला के सामने भी होंगी कई चुनौतियां –
सीहोर जिले के पुलिस अधीक्षक बनाए गए दीपक कुमार शुक्ला के सामने भी अब कई चुनौतियां होंगी। इनमें सबसे अहम चुनौती के रूप में सीहोर जिले में अपराधों एवं अवैध कार्यों पर अंकुश लगाना अहम होगा। इसके साथ ही लॉ एंड आर्डर का पालन कराना, पुलिस मुख्यालय द्वारा समय-समय पर जारी आदेशों एवं अभियानों को सफल बनाना भी अहम होगा। इसके अलावा सीहोर जिले में ऐसे चोर गिरोह जो बड़ी-बड़ी गाड़ियां, टैक्टर, कार को घर से उठा ले जाते हैं एवं फिर उन्हीं गाड़ियों की फिरौती भी मांगते हैं, उन्हें भी पकड़ने की महत्ती जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा सीहोर जिला मुख्यालय के समीपस्थ कुबेरेश्वर धाम में होने वाला रूद्राक्ष महोत्सव में सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने की भी सबसे बड़ी चुनौती होगी।