सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 13 अगस्त को बुधनी में 700 करोड़ रुपए से बनने वाले मेडिकल कॉलेज की सौगात देंगे। बुधनी में मुख्यमंत्री द्वारा मेडिकल कॉलेज के भूमि पूजन कार्यक्रम को भव्य एवं सफल बनाने के लिए व्यपाक तैयारियां चल रही हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान बुधनी मेडिकल कॉलेज के अलावा अनेक निर्माण एवं विकास कार्यों का भी भूमि पूजन करेंगे।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर प्रवीण सिंह ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर तैयारियों के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की। बैठक में उन्होंने कार्यक्रम के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय पूर्व सुनिश्चित करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि सभी अधिकारी कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सौंपे गए दायित्वों का बेहतर ढंग से संपादन करें। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में वर्षा को दृष्टिगत रखते हुए नागरिकों की बैठक व्यवस्था, पेयजल तथा शौचालय के साथ ही पार्किंग, आगमन, निर्गम, बैरिकेटिंग, यातायात सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। बैठक में एसडीएम राधेश्याम बघेल, जनपद सीईओ देवेश सराठे, ईपीडब्लयू डी सुनील कौरव तथा मुख्य नगर पालिका अधिकारी बुधनी सतीश मालवीय सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
ये होगी मेडिकल कॉलेज की विशेषताएं-
कलेक्टर प्रवीण सिंह ने बताया कि बुधनी मेडिकल कॉलेज 700 करोड़ रूपए की लागत से बनेगा। यह मेडिकल कॉलेज अत्याधुनिक एवं सर्वसुविधायुक्त होगा। इस मेडिकल कॉलेज का क्षेत्र लगभग 40 एकड़ के विशाल परिसर का होगा। इस परिसर में अस्पताल, होस्टल और स्टॉफ क्वाटर्स होंगे। एमबीबीएस की 100 सीटें होंगी। बुधनी में बनने वाले मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कॉलेज भी संचालित होगा। इसके साथ ही पैरा मेडिकल कॉलेज भी संचालित होगा। इस बुधनी मेडिकल कॉलेज में विभिन्न बीमारियों पर शोघ कार्य भी कराया जाएगा।
सुविधाएं-सेवाएं-
कुंडली आकर में बनने वाले में मेडिकल कॉलेज में अत्याधुनिक एवं सर्वसुविधायुक्त अस्पताल। इसमें चिकित्सा की नवीनतम तकनीक। चिकित्सा के आधुनिकतम उपकरण। मेडिकल कॉलेज अस्पताल पर्याप्त विशेषज्ञ चिकित्सक एवं अन्य चिकित्सक और पर्याप्त नर्सिंग एवं पैरा मैडिकल स्टॉफ होगा।
मेडिकल कॉलेज से मिलने वाले लाभ-
बुधनी में मेडिकल कॉलेज बनने के बाद मरीजों को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पडे़गा। गंभीर बीमारी का संपूर्ण इलाज उपलब्ध होगा। अत्याधुनिक तकनीक एवं उपकरणों से मरीजों का उपचार। इस कॉलेज से 100 छात्र डॉक्टर बनकर निकलेंगे। मेडिकल कॉलेज सेनर्स एवं पैरा मेडिकल पाठ्यक्रम से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। क्षेत्र में सर्जिकल एवं फार्मा व्यवसाय की स्थापना, विस्तार एवं रोजगार सृजन होगा। मेडिकल आधारित अन्य आर्थिक गतिविधियों से व्यवसाय एवं रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।