
आष्टा। भारत सरकार द्वारा 7 जून 2023 को सूचित किए गए पशुधन निर्यात विधेयक को निरस्त करने के संबंध में हिंदू उत्सव समिति के नेतृत्व में सकल हिंदू समाज के अध्यक्ष गणों, गौ सेवा प्रमुख और हिंदू संगठनों ने राष्ट्रपति के नाम से विज्ञापन तहसीलदार नीलिमा परसाडिया को सौंपा। ज्ञापन का वाचन करते हुए हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष कालू भट्ट ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जो प्रस्तावित बिल आश्चर्यजनक रूप से मवेशियों और जानवरों को कमोडिटी के रूप में परिभाषित करता है और उनको लाइव स्टॉक एक्सपोर्ट करने को कानूनी जामा पहनाना चाहता है। जिंदा पशु-पक्षियों एवं मवेशियों को हेराफेरी कर उनके एक्सपोर्ट को इस तरह से पोस्ट करना संविधान के प्रावधानों में भावना के खिलाफ है। वर्तमान में दुनियाभर में जिंदा पशुओं पर चोट की प्रथा की आलोचना कर जिंदा पशुओं को एक्सपोर्ट को बंद करने की मांग की जा रही है। इस विधेयक के पारित होने से राष्ट्रीय पशु संपत्ति के हितों पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, जबकि भारत से बड़े पैमाने पर मांस निर्यात के चलते पशु-पक्षी वर्ग तो पहले से ही सरकार और इसकी मशीनरी की घोर उपेक्षा एवं उदासीनता का शिकार है, वहीं सरकारी स्तर पर कहीं पर तो उनके शोषण को रोकने की सीमा रेखा हो। विधायकों की जागरूकता के लिए इस प्रस्तावित विधेयक को प्रिंट मीडिया के माध्यम से उचित प्रसाद दिया जाना चाहिए था, जो कि सरकार ने नहीं किया। इसके साथ ही हित धारकों द्वारा अपने सुझाव और टिप्पणियां प्रस्तुत करने के लिए भी सामान्यतः 60 दिनों का समय दिया जाता है पर इसके लिए केवल 10 दिनों का समय दिया जो कि ना काफी है। इस अवसर पर आष्टा सकल समाज के अध्यक्ष सुरेश सुराना सहित सभी समाज के अध्यक्ष गण उपस्थित थे। सुरेश सुराना ने प्रस्तावित विधेयक को तुरंत रद्द करने एवं नया विधेयक लागू करने की मांग की और कहा कि इस अध्यादेश का पारित होना हमारी संस्कृति के विरुद्ध है, जो पूर्ण रूप से अनुचित है। सभी समाज इसका पुरजोर विरोध करते हैं। सभी का आभार महासंघ के अध्यक्ष रुपेश राठौर ने किया। इस अवसर पर गौशाला प्रमुख राजेश मेवाड़ा, कालू सोनी, दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष आनंद जैन, पोरवाल विश्वकर्मा, लोहार समाज के अध्यक्ष लखन विश्वकर्मा, श्वेतांबर जैन समाज के अध्यक्ष पवन सुराणा, पार्वती धाम गौशाला के अध्यक्ष नरेंद्र कुशवाह, अखंड ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष दिनेश शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र गंगवाल, मारवाड़ी छिपा समाज के अध्यक्ष मनीष डोंगरे, वरिष्ठ व्यापारी मुकेश बडजात्या, पंकज नाकोड़ा, नितिन सुराणा, राहुल धारीवाल, सुरेश जैन, मोंटी कोरी, दिलीप सेठी, सुरेंद्र पोरवाल, मुकेश जैन, हेमंत जैन, संतोष जैन, शरद जैन, संदीप जैन, अक्षय जैन, आलोक बोहरा, अतुल जैन, राहुल चतरमुथा, अभिषेक जैन, प्रशांत जैन, अरिहंत जैन, दीपक जैन, कंचन, जितेंद्र राठौर, भविष्य मेवाड़ा, मोहित शर्मा, राम वर्मा, राज बहादुर विश्वकर्मा, पारस जैन, विकास जैन, सहित काफी संख्या में सामाजिक बंधु उपस्थित थे।