सीहोर। मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड रेहटी (बुधनी) द्वारा बिजली के बड़े बकायादारों पर सख्ती की जा रही है। रेहटी तहसील के अंतर्गत करीब 1044 ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्होंने बिजली का उपयोग तो भरपूर किया है, लेकिन अब लाखों का बिल भरने में उनके पसीने छूट रहे हैं। ऐसे बकायादारों में रेहटी तहसील के बड़े-बड़े धन्ना सेठ भी हैं, जिनके नाम बिजली कंपनी के बकायादारों में शुमार हैं। सीहोर हलचल के पास ऐसे सभी बकायादारों की सूची भी है। अब बिजली कंपनी ने वसूली को लेकर इन बकायादारों पर सख्ती की है और उन्हें दो दिनोें का समय दिया है। यदि बिजली का बिल जमा नहीं करेंगे तो लाइन काटने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
रेहटी तहसील में बिजली बिलों के बकायादारों पर अब विद्युत वितरण कंपनी द्वारा सख्ती की जा रही है। बिजली बिलों के बकायादार ज्यादातर ऐसे लोग हैं, जो राजनीतिक रसूख के साथ-साथ अपना ओहदा भी रखते हैं, लेकिन वे भी बिजली कंपनी का बकाया देने में आना-काना कर रहे हैं। अब बिजली कंपनी भी इन रसूखदारों के साथ-साथ धनाढ्य लोगों से वसूली को लेकर सख्ती कर रही है, ताकि बिजली कंपनी का घाटा कम किया जा सके। रेहटी तहसील में ऐसे 9 करोड़ 16 लाख से ज्यादा का बिजली बिलों का बकाया है, लेकिन लोगों को यह राशि देने में पसीने छूट रहे हैं।
रसूख का जमकर किया इस्तेमाल, हुए मालामाल-
सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा में पिछले 18 वर्षों तक राजनीति से जुड़े लोगों ने अपने रसूख का जमकर इस्तेमाल किया। इस दौरान वे मालामाल भी खूब हुए। शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके करीबीयों ने जमकर मनमानी चलाई और बिजली सहित अन्य चीजों का जमकर दोहन किया, लेकिन अब ऐसे लोगों का रसूख भी काम नहीं आ पा रहा है। बिजली कंपनी अब वसूली को लेकर सख्त है।
मीटरों की जांच में भी सामने आई कई खामियां-
बिजली कंपनी द्वारा पिछले दिनों बुधनी, रेहटी सहित अन्य स्थानों पर मीटरों की जांच भी की गई। इस दौरान मीटरों में भी लोगों ने गड़बड़ियां कर रखी थीं। बिजली कंपनी के अधिकारियों ने ऐसे लोगों पर जुर्माना ठोका और उनसे वसूली भी की। अब कंपनी बड़े बकायादारों पर भी सख्ती करने जा रही है।
50 हजार से ज्यादा के बकायादारों की सूची तैयार-
मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड रेहटी द्वारा 50 हजार से ज्यादा के बकायादारों की सूची तैयार की गई है। इस सूची में लगभग 1044 उपभोक्ताओं के नाम आए हैं, जिन पर 50 हजार से लेकर तीन लाख रूपए तक का बिजली बिलों का बकाया है। इस सूची में वेयर हाउस संचालकों से लेकर बड़े-बड़े रसूखदार शामिल हैं, जिन पर दो लाख से अधिक का बकाया है। इस सूची में रेहटी तहसील के ज्यादातर गांवों के ऐसे बड़े-बड़े लोग शामिल हैं, जो राजनीति से भी जुड़े हुए हैं और घर से भी संपन्न हैं, लेकिन इसके बाद भी वे बिजली कंपनी का बकाया देने में आनाकानी कर रहे हैं।
इनका कहना है-
बिजली कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं, किसानों को घर एवं खेतों के लिए बिजली उपलब्ध कराई जाती है, ताकि वे इसका ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें। बिजली का उपयोग तो सब कर रहे हैं, लेकिन बिजली के बिलों को भरने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं है। अब विद्युत वितरण कंपनी द्वारा बड़े बकायादारों की सूची तैयार की गई है और उनसे वसूली की जाएगी।
– एमडी उइके, सहायक प्रबंधक, विद्युत वितरण केंद्र बुधनी, जिला-सीहोर