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मुख्यमंत्री के गृह ग्राम जैत पंचायत सहित बुदनी विधानसभा की एक दर्जन से अधिक पंचायतेें निर्विरोध चुनी गईं

निर्विरोध चुनी गईं पंचायतों कोे किया जाएगा मुुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कृत

सीहोर-रेहटी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान के गृह गांव की ग्राम पंचायत जैत सहित बुदनी विधानसभा की एक दर्जन से अधिक पंचायत अब तक निर्विरोेध चुन ली गईं हैं। उम्मीद की जा रही है कि 10 जून नामांकन पत्र के आखिरी दिन तक कई अन्य पंचायतेें भी निर्विरोध हो सकती हैं। अब निर्विरोध चुनी गईं पंचायतों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसकी घोषणा वे पहले ही कर चुके हैं।
पंचायत चुनावों कोे लेकर नामांकन पत्र 6 जून तक दाखिल हो चुकेे हैैं। इस बार पंचायतें निर्विरोध चुनी जाएं, इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि जो भी पंचायतें निर्विरोेध चुनी जाएंगी उन्हें 5 से लेकर 15 लाख रूपए तक का पुरस्कार दिया जाएगा। इसी क्रम में अब तक बुदनी विधानसभा की ग्राम पंचायत जैत सहित अन्य करीब एक दर्जन पंचायतेें निर्विरोेध चुन ली गईं हैं। इनमें सेे दोे जनपद पंचायत सदस्य भी निर्विरोध चुने जा चुके हैं।
ये पंचायत हुईं निर्विरोेध-
जनपद पंचायत बुदनी के अंतर्गत आनेे वाली मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह गांव की ग्राम पंचायत जैत, चीचली और मड़ावन निर्विरोध चुनी गईं हैैं। जैत अजजा, चीचली अन्य पिछड़ा वर्ग औैर मड़ावन अजजा महिला केे लिए आरक्षित थी। जैैत पंचायत पूरी तरह निर्विरोध चुनी गईं हैं। यहां पर सरपंच एवं पंच के लिए अब चुनाव नहीं होंगे। इसके अलावा जनपद पंचायत नसरूल्लागंज के तहत आने वाली ग्राम पंचायत ससली, बड़नगर, आम्बाजदीद, मोेगराखेेड़ा, कोसमी, आमाझिरी और लावापानी ग्राम पंचायतें भी निर्विरोेध चुन ली गईं हैं। इनमें से ग्राम पंचायत ससली, मोेगरखेड़ा और लावापानी पूरी तरह से महिला पंचायतेें चुनी गईं हैं। यहां पर सरपंच एवं पंच सभी महिलाएं बनी हैं। ससली ग्राम पंचायत भाजपा के वरिष्ठ नेता रघुनाथ सिंह भाटी के गृह ग्राम की पंचायत है।
नहीं हो सकी थी नामांकन पत्रोें की स्थिति साफ-
पंचायत, जनपद पंचायत सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्यों के नामांकन की अंतिम तिथि 6 जून थी, लेकिन इनके लिए कितने उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं यह स्थिति 7 जून को देर शाम तक साफ नहीं हो सकी थी। बताया जा रहा है कि इस बार पंचायतोें में सरपंच पद के लिए भी बहुत से उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैैं, लेकिन कई पंचायतेें ऐसी रहीं जहां पर पंचों के बेेहद कम नामांकन पत्र दाखिल हुए हैैं। कई पंचायतोें में तो कई वार्डोें सेे पंचोें के नामांकन पत्र ही दाखिल नहीं हो सके हैैं।

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