‘वसूली एक्सप्रेस’ का नया रूट: बुदनी में अड़ीबाजी कर सीहोर पहुंचे फर्जी पत्रकार, 4 पर एफआईआर

सीहोर। रायसेन जिले से निकली फर्जी पत्रकारों की एक शातिर गैंग ने बुदनी-रेहटी-शाहगंज और उसके आसपास के इलाकों में अवैध वसूली करने के बाद अब सीहोर शहर का रुख किया था। इस गैंग पर पत्रकार बनकर मेडिकल स्टोर संचालकों को ब्लैकमेल करने का आरोप है। सीहोर कोतवाली पुलिस ने एक पीडि़त मेडिकल संचालक की शिकायत पर दो पुरुषों और दो महिलाओं सहित चार आरोपियों के खिलाफ जबरन वसूली और धमकाने का मामला दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार यह गिरोह पहले बुधनी, नसरुल्लागंज, आष्टा, इछावर और रेहटी जैसे क्षेत्रों में सक्रिय था। वहां अड़ीबाजी करने के बाद उन्होंने सीहोर शहर को निशाना बनाया। सीहोर के मंडलोई मेडिकल स्टोर के संचालक पवन वर्मा ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। पवन वर्मा ने बताया कि 9 अक्टूबर को दोपहर करीब 12.30 बजे ये चारों उनकी दुकान पर आए और एबॉर्शन किट (गर्भपात किट) मांगी, जब पवन वर्मा ने डॉक्टर का पर्चा मांगाए तो उनका ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हो गया।
30 हजार की डिमांड
गिरोह के सदस्यों ने खुद को विभिन्न चैनलों के पत्रकार बताया जिसमें अमित ठाकुर (वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज), प्रकाश दुबे (न्यू इंडिया चैनल), संजना मीना (सुहानी इंडिया न्यूज चैनल), सुहानी यादव, इन चारों ने पवन वर्मा को धमकाया कि वे एबॉर्शन किट रखते हैं और इसकी न्यूज चलाकर ड्रग इंस्पेक्टर से कार्रवाई करवा देंगे। कार्रवाई से बचने के नाम पर उन्होंने तत्काल 30 हजार की मांग की। आरोपी अमित ठाकुर ने तो फोन नंबर देकर 10 मिनट में पैसे देने की धमकी दी, अन्यथा न्यूज चलाने की बात कही।
कई पीडि़तों से वसूली 
पवन वर्मा ने तुरंत मेडिकल एसोसिएशन को सूचना दी। तब खुलासा हुआ कि यह गैंग आज ही कृष्णा मेडिकल स्टोर के राजेंद्र मेवाड़ा से 10 हजार वसूल चुका था। इसके अलावा वैष्णवी मेडिकल क्रिसेन्ट चौराहा और ताहिरी मेडिकल गुरुद्वारे के सामने के संचालकों से भी इसी तरह वसूली की गई। एसोसिएशन ने पुलिस को यह भी बताया कि इस गिरोह के सरगना अमित सिंह ने 16 अगस्त को श्री साई मेडिकल स्टोर्स के श्यामबाबू से भी फोन पे और नगद मिलाकर 5 हजार ऐंठे थे।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच शुरू
पवन वर्मा की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने अमित ठाकुर, प्रकाश दुबे, संजना मीना और सुहानी यादव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उप निरीक्षक विक्रम अडास को मामले की जांच सौंपी गई है।

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