सीहोर। मूर्धन्य पत्रकार स्व. अंबादत्त भारतीय की 11वीं पुण्य तिथि ( 23 अगस्त ) के अवसर पर नगर के खजांची लेन को अब अंबादत्त भारतीय मार्ग के नाम से जाना जाएगा। इस दिन नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष प्रिंस राठौर स्व. अंबादत्त भारतीय (बाबा) मार्ग के नामपट्ट ( बोर्ड ) का समारोह पूर्वक अनावरण करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन राधाकृष्ण मोदी शिशु मंदिर के समीप सुबह 11.30 किया गया है। इसकी सभी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
गौरतलब है कि नगर के मूर्धन्य पत्रकार स्व. अंबादत्त भारतीय का अधिकांश जीवन खजांची लेन स्थित अग्रवाल पंचायती भवन के पिछले हिस्से में बने एक छोटे से मकान में बीता था। वह यहां अपने पिताजी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और प्रखर पत्रकार स्व. दुर्गादत्त भारतीय, माताजी शारदा देवी भारतीय और अनुज गुरुदत्त भारतीय के साथ रहते थे। मध्यप्रदेश में उन्हें लगभग सभी राजनेता और पत्रकार सम्मान के साथ जानते थे। वह छह विषयों में स्नातकोत्तर, एलएलबी, मास कमन्यूनिकेशन में डिग्रीधारी पत्रकार थे। साक्षरता अभियान में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें बिहार की राजधानी पटना में स्वर्ण मुकुट से सम्मानित किया गया था।
सन 2013 में भारतीय जी के निधन के बाद से ही नगर के पत्रकार साथी मिलकर उनकी स्मृति में हर साल 23 अगस्त को उन्हें याद करते हुए पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन करते आ रहे हैं। नगर में उनकी स्मृति को अक्षुण बनाये रखने के लिए खजांची लेन का नामकरण स्व. अंबादत्त भारतीय मार्ग रखने की मांग पत्रकारों द्वारा की जा रही थी। यह मांग अब नगर पालिका परिषद के युवा अध्यक्ष प्रिंस राठौर ने पूरी कर दी है।
अंबादत्त भारतीय स्मृति पत्रकारिता संग्रहालय एवं शोध संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष रघुवर दयाल गोहिया ने स्व. अंबादत्त भारतीय मार्ग करने पर नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर का आभार माना है। साथ ही शुक्रवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में नगर के सभी पत्रकारों से शामिल होने की अपील की है।
गौरतलब है कि नगर के मूर्धन्य पत्रकार स्व. अंबादत्त भारतीय का अधिकांश जीवन खजांची लेन स्थित अग्रवाल पंचायती भवन के पिछले हिस्से में बने एक छोटे से मकान में बीता था। वह यहां अपने पिताजी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और प्रखर पत्रकार स्व. दुर्गादत्त भारतीय, माताजी शारदा देवी भारतीय और अनुज गुरुदत्त भारतीय के साथ रहते थे। मध्यप्रदेश में उन्हें लगभग सभी राजनेता और पत्रकार सम्मान के साथ जानते थे। वह छह विषयों में स्नातकोत्तर, एलएलबी, मास कमन्यूनिकेशन में डिग्रीधारी पत्रकार थे। साक्षरता अभियान में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें बिहार की राजधानी पटना में स्वर्ण मुकुट से सम्मानित किया गया था।
सन 2013 में भारतीय जी के निधन के बाद से ही नगर के पत्रकार साथी मिलकर उनकी स्मृति में हर साल 23 अगस्त को उन्हें याद करते हुए पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन करते आ रहे हैं। नगर में उनकी स्मृति को अक्षुण बनाये रखने के लिए खजांची लेन का नामकरण स्व. अंबादत्त भारतीय मार्ग रखने की मांग पत्रकारों द्वारा की जा रही थी। यह मांग अब नगर पालिका परिषद के युवा अध्यक्ष प्रिंस राठौर ने पूरी कर दी है।
अंबादत्त भारतीय स्मृति पत्रकारिता संग्रहालय एवं शोध संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष रघुवर दयाल गोहिया ने स्व. अंबादत्त भारतीय मार्ग करने पर नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर का आभार माना है। साथ ही शुक्रवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में नगर के सभी पत्रकारों से शामिल होने की अपील की है।
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