
सुमित शर्मा, सीहोर
केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पुत्रवधू एवं कार्तिकेय सिंह चौहान की धर्मपत्नी अमानत बसंल चौहान की भी सियासी मंच पर एंट्री हो गई। अब वे अपने पति कार्तिकेय सिंह चौहान के साथ में आने वाले समय में सियासी मंच साझा करती रहेंगी। हालांकि अमानत सक्रिय राजनीति में रहेंगी या नहीं रहेंगी ये उनका निर्णय होगा, लेकिन फिलहाल उनकी सियासी मंच पर एंट्री से यह तो तय है कि वे अपनी सासु मां एवं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की धर्मपत्नी साधना सिंह की तरह सियासी मंच पर नजर आती रहेंगी। साधना सिंह भी शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके साथ में राजनीतिक, सामाजिक सहित कई अन्य कार्यक्रमों के दौरान मंच साझा करती रहीं हैं। अब अमानत बसंल चौहान भी आने वाले दिनों में अपने पति कार्तिकेय सिंह चौहान के साथ में सियासी मंच साझा करती नजर आती रहेंगी। दरअसल पिछले दिनों भाजपा के स्थापना दिवस पर भैरूंदा में आयोजित कार्यक्रम में कार्तिकेय सिंह चौहान एवं उनकी धर्मपत्नी अमानत बसंल चौहान ने भी शिरकत की। इस दौरान पहली बार भैरूंदा आगमन पर उनका भव्य स्वागत, सत्कार भी किया गया। इसके बाद उन्हें मंचासीन किया गया। मंच पर अमानत ने अपनी बात भी रखी। उन्होंने कहा कि वह क्षेत्र की बेटी और बहू बनकर सेवा करती रहेंगी। उनके पिता तुल्य शिवराज सिंह चौहान देश और क्षेत्र की सेवा राजनीति के माध्यम से कर रहे हैं। क्षेत्र की जनता ने उन्हें अपार स्नेह दिया है। इसके लिए वह सभी का आभार व्यक्त करती हैं। अमानत ने आगे कहा कि वह पहली बार भैरूंदा की धरती पर आई हैं। यहां पर जो स्वागत, सत्कार हुआ है इससे वह अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि कार्तिकेय की पत्नी और क्षेत्र की बेटी व बहू के रूप में जनता की सेवा करेंगी। कार्यक्रम के बाद अमानत अपने पति कार्तिकय सिंह चौहान के साथ खेड़ापति हनुमान मंदिर व भादाकुई में चल रहे याज्ञिक कार्यक्रम में शामिल हुईं। इसके बाद गुलरपुरा हनुमान मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर चल रहे 15 दिवसीय धार्मिक आयोजन में भी पहुंचीं। उन्होंने कहा कि भविष्य में क्षेत्र के धार्मिक आयोजनों में नियमित रूप से भाग लेती रहेंगी।
कार्तिकेय सिंह चौहान की सक्रियता-
शिव-साधना पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान बुधनी विधानसभा में लगातार सक्रिय रहते हैं। चाहे धार्मिक आयोजन हो, राजनीतिक कार्यक्रम हो, चुनाव हो, वे यहां पर अपना पूरा समय देते हैं। राजनीतिक जानकार उन्हें भविष्य का राजनेता बता चुके हैं। वे शिवराज सिंह चौहान की विरासत को संभालने के लिए भी तैयार हैं। बुधनी में हुए विधानसभा के उपचुनाव में कार्तिकेय सिंह चौहान का नाम भी टिकट के प्रबल दावेदार के तौर पर सामने आया था। हालांकि कार्तिकेय सिंह ने अभी चुनाव लड़ने से खुद ही इनकार कर दिया। वे तो राजनीति के माध्यम से लोगों की सेवा करना चाहते हैं। अब उनके साथ उनकी धर्मपत्नी अमानत भी राजनीति के माध्यम से लोगों की सेवा के लिए तैयार हैं। इसकी बानगी भी पिछले दिनों देखने को मिली और उन्होंने भी खुद मंच से यह कहकर अपनी सक्रियता एवं इच्छा जाहिर कर दी।
’अमानत’ बनेंगी ’कार्तिकेय’ का ’संबल’-
कहते हैं कि हर सफल पुरुष के पीछे किसी ने किसी महिला का हाथ होता है। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की सफलता के पीछे उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह का कठोर तप एवं पूजा है। यह जगजाहिर भी है। शिवराज सिंह चौहान भी यह बात कह चुके हैं कि वे दिन-रात जनता की सेवा सिर्फ इसलिए कर पा रहे हैं, क्योंकि उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह उनका संबल है। वे उन्हें प्रेरित करती हैं, उन्हें प्रेरणा देती हैं। अब अमानत चौहान भी कार्तिकेय सिंह चौहान का संबल बनेगी।
केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पुत्रवधू एवं कार्तिकेय सिंह चौहान की धर्मपत्नी अमानत बसंल चौहान की भी सियासी मंच पर एंट्री हो गई। अब वे अपने पति कार्तिकेय सिंह चौहान के साथ में आने वाले समय में सियासी मंच साझा करती रहेंगी। हालांकि अमानत सक्रिय राजनीति में रहेंगी या नहीं रहेंगी ये उनका निर्णय होगा, लेकिन फिलहाल उनकी सियासी मंच पर एंट्री से यह तो तय है कि वे अपनी सासु मां एवं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की धर्मपत्नी साधना सिंह की तरह सियासी मंच पर नजर आती रहेंगी। साधना सिंह भी शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके साथ में राजनीतिक, सामाजिक सहित कई अन्य कार्यक्रमों के दौरान मंच साझा करती रहीं हैं। अब अमानत बसंल चौहान भी आने वाले दिनों में अपने पति कार्तिकेय सिंह चौहान के साथ में सियासी मंच साझा करती नजर आती रहेंगी। दरअसल पिछले दिनों भाजपा के स्थापना दिवस पर भैरूंदा में आयोजित कार्यक्रम में कार्तिकेय सिंह चौहान एवं उनकी धर्मपत्नी अमानत बसंल चौहान ने भी शिरकत की। इस दौरान पहली बार भैरूंदा आगमन पर उनका भव्य स्वागत, सत्कार भी किया गया। इसके बाद उन्हें मंचासीन किया गया। मंच पर अमानत ने अपनी बात भी रखी। उन्होंने कहा कि वह क्षेत्र की बेटी और बहू बनकर सेवा करती रहेंगी। उनके पिता तुल्य शिवराज सिंह चौहान देश और क्षेत्र की सेवा राजनीति के माध्यम से कर रहे हैं। क्षेत्र की जनता ने उन्हें अपार स्नेह दिया है। इसके लिए वह सभी का आभार व्यक्त करती हैं। अमानत ने आगे कहा कि वह पहली बार भैरूंदा की धरती पर आई हैं। यहां पर जो स्वागत, सत्कार हुआ है इससे वह अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि कार्तिकेय की पत्नी और क्षेत्र की बेटी व बहू के रूप में जनता की सेवा करेंगी। कार्यक्रम के बाद अमानत अपने पति कार्तिकय सिंह चौहान के साथ खेड़ापति हनुमान मंदिर व भादाकुई में चल रहे याज्ञिक कार्यक्रम में शामिल हुईं। इसके बाद गुलरपुरा हनुमान मंदिर में चैत्र नवरात्रि पर चल रहे 15 दिवसीय धार्मिक आयोजन में भी पहुंचीं। उन्होंने कहा कि भविष्य में क्षेत्र के धार्मिक आयोजनों में नियमित रूप से भाग लेती रहेंगी।
कार्तिकेय सिंह चौहान की सक्रियता-
’अमानत’ बनेंगी ’कार्तिकेय’ का ’संबल’-
कहते हैं कि हर सफल पुरुष के पीछे किसी ने किसी महिला का हाथ होता है। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की सफलता के पीछे उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह का कठोर तप एवं पूजा है। यह जगजाहिर भी है। शिवराज सिंह चौहान भी यह बात कह चुके हैं कि वे दिन-रात जनता की सेवा सिर्फ इसलिए कर पा रहे हैं, क्योंकि उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह उनका संबल है। वे उन्हें प्रेरित करती हैं, उन्हें प्रेरणा देती हैं। अब अमानत चौहान भी कार्तिकेय सिंह चौहान का संबल बनेगी।