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अब पशुओं के लिए भी चलेगी एंबुलेंस, एक फोन पर पहुंचेगी घर

सीहोर जिला पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में डेयरी प्लस योजना लागू

सीहोर। पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में डेयरी प्लस योजना सीहोर, रायसेन तथा विदिशा में लागू की गई है। प्रदेश में एक अप्रैल 2023 से पशु एम्बुलेंस सेवा शुरू हो जाएगी। विभाग द्वारा एम्बुलेंस में एक डॉक्टर, एक कम्पाउण्डर, एक ड्रायवर सहित कॉल-सेंटर के लिए लोगों को रोजगार से जोड़ना है। एम्बुलेंस में सभी आवश्यक सुविधाएँ रहेंगी। जिन ग्राम सभाओं में गो-शालाओं का व्यवस्थित संचालन नहीं हो रहा है, वहां यह जिम्मेदारी एनजीओ को दें। ब्लॉक में अलग-अलग और छोटी-छोटी गो-शालाओं की जगह एक बड़ी गो-शाला में बेसहारा गायों को रखें। इससे गायों की देखभाल अच्छी होने के साथ गोबर और गो-मूत्र अधिक होने से उनकी आत्म-निर्भरता भी बढ़ेगी। 10 गो-शालाओं को जोड़कर एक गो-वंश वन विहार बनाएं। यह बात पशुपालन एवं डेयरी मंत्री प्रेमसिंह पटेल ने विभागीय बैठक जानकारी दी गई। पशुपालन की विभिन्न केन्द्रीय और राज्य की गो-भैंस, बकरी, कुक्कुट-पालन आदि योजनाओं के तहत बकरी-पालन में हितग्राही को शासन द्वारा 60 प्रतिशत की सबसिडी दी जाती है। पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में डेयरी प्लस योजना सीहोर में लागू की गई है। इसमें अनुसूचित जाति-जनजाति को 75 प्रतिशत और सामान्य को 50 प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है। विशेष पिछड़ी जनजातियों बैगा, भारिया, सहरिया को 90 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है। प्रदेश में उच्च नस्ल की बछियों की संख्या बढ़ाने के लिये ब्लॉक स्तर पर नि:शुल्क टीके उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे 90 प्रतिशत बछियों का जन्‍म होगा और अनावश्यक रूप से नर बछड़ों की संख्या नहीं बढ़ेगी। इसके अलावा उच्च नस्ल की अधिक दूध देने वाली गायों के भ्रूण प्रत्यारोपण से भी अच्छी गायों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

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