
भैरूंदा। गर्मी शुरू होते ही किसानों की खड़ी फसलें आग की चपेट में आने लगी है। पिछले दिनों जहां सीहोर तहसील में खड़ी फसल आग से चौपट हो गई तो वहीं अब भैरूंदा तहसील के ग्राम अतरालिया एवं मंडी के बीच में आग ने तांडव किया। इस आगजनी में शुरूआत आंकलन करीब 70 एकड़ का आ रहा है। घटना के बाद पुलिस एवं राजस्व का अमला भी मौके पर पहुंचा। हालांकि आग की सूचना मिलते ही स्थानीय किसान भी अपने-अपने ट्रेक्टर लेकर खेतों की तरफ दौड़े और आग पर काबू पाने के लिए खेतों में खड़ी फसल में ही रोटर वेटर, कल्टीवेटर चलाया, ताकि आग आगे न बढ़ सकें। इस दौरान भैरूंदा, इछावर, रेहटी से भी फायद बिग्रेड की गाड़ियां बुलाई गईं एवं आग पर काबू पाया।
कटने की कगार पर है गेहूं की फसल-
भैरूंदा तहसील में जहां कई किसानों ने अपने खेतों में गेहूं कटवा लिए हैं तो वहीं ज्यादातर फसल भी कटने की कगार पर है। अचानक से बढ़ी गर्मी के कारण सभी किसानों के गेहूं एक साथ आ गए हैं। हर दिन किसानों के खेतों में हार्वेस्टर से फसलों की कटाई का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है, लेकिन अतरालिया एवं मंडी के बीच किसानों की फसल कटने से पहले ही आगजनी का शिकार हो गई। इस आगजनी में किसानोें का लाखों रूपए का नुकसान हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी, एसडीओपी दीपक कपूर, तहसीलदार सौरभ शर्मा, थाना प्रभारी घनश्याम दांगी सहित राजस्व विभाग का अमला भी मौके पर पहुंचा। इस दौरान नगर परिषद भैरूंदा के सीएमओ प्रफुल्ल गठरे, वरिष्ठ भाजपा नेता गुरूप्रसाद शर्मा भी मौके पर पहुंचे।
चार माह की मेहनत 5 मिनट में जलकर खाक-
किसानों ने चाह माह की कड़ी मेहनत की, लेकिन उनकी फसलों को नष्ट होने में पांच मिनट का समय लगा। देखते ही देखते आग आसपास के खेतों में फैलती गई और एक के बाद एक किसानोें के खेतों को अपने आगोश में लेते हुए आगे बढ़ती रही। अपनी खड़ी फसल को जलते हुए देख किसान भी रोते, बिलखते हुए दिखे, क्योंकि उनको गेहूं की फसल से बड़ी उम्मीदें रहती हैं। अब उनकी सभी उम्मीदें भी गेहूं के साथ जलकर खाक हो गई। ऐसे में किसानों के माथों पर चिंता की लकीरें भी साफ दिखाई दी। पीड़ित किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि उनकी जली हुई फसलों का उचित मुआवजा दिलाया जाए। एसडीएम ने भी किसानों को आश्वस्त किया है कि उनकी नष्ट हुई फसलों का उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।
किसानों की सूझबूझ से बची सैकड़ों एकड़ की फसल-
अतरालिया एवं मंडी के बीच में लगी आग को फायर बिग्रेड की मदद से काबू पा लिया गया, लेकिन इस दौरान किसानों की सूझबूझ से सैकड़ों एकड़ की फसलें नष्ट होने से बच गई। बताया जा रहा है कि आगजनी का कारण भूसा बनाने वाली मशीन हो सकती है, क्योंकि वहां के कई खेतों में गेहूं की फसल कट चुकी है एवं वहां पर मशीन से भूसा बनाया जा रहा है। संभावना है कि भूसा बनाने वाली मशीन से कोई चिंगारी निकली और उसके कारण खेत में आग लग गई। हालांकि आग का पुख्ता कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
इनका कहना है-
अतरालिया एवं मंडी के बीच में किसानों के खेतों में आगजनी की घटना हुई है। इसके कारण किसानों की खड़ी फसलें चौपट हो गई है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर स्थितियां देखी। तत्काल भैरूंदा, इछावर एवं रेहटी से फायर बिग्रेड की गाड़ियां बुलवाकर आग पर काबू पाया गया है। राजस्व अमले को निर्देश दिए गए हैं कि वह जल्द से जल्द आग से नष्ट हुई फसल का आंकलन करें। किसानों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। उनको नष्ट हुई फसलों का उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।
– मदन सिंह रघुवंशी, एसडीएम भैरूंदा, जिला-सीहोर