
सीहोर। सीहोर में स्वास्थ्य विभाग की लगातार लापरवाही सामने आ रही है। पिछले दिनों जहां कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने सीएमएचओ डॉ सुधीर कुमार डेहरिया को बैठक में अनुपस्थित रहने पर नोटिस जारी किया था तो वहीं अब मानवाधिकार आयोग ने भी सीएमएचओ सीहोर डॉ. डेहरिया को नोटिस थमाया है। दरअसल मानवाधिकार आयोग के संज्ञान में आया है कि सीहोर जिला अस्पताल द्वारा बच्चों के जन्म प्रमाण-पत्र जारी करने में लेटलतीफी की जा रही है। इसको लेकर मानवाधिकार आयोग ने सीएमएचओ से एक माह में जवाब मांगा है। सीहोर जिले का स्वास्थ्य महकमा हमेशा चर्चाओं में बना रहता है। कभी यहां की चर्चाएं बेहतर कार्यों को लेकर होती है तो कभी यहां की चर्चाएं लापरवाही एवं गड़बड़ियों को लेकर होती है। इस समय सीहोर जिले के स्वास्थ्य महकमे की चर्चाएं लगातार कार्यों में लापरवाही को लेकर हो रही है। पिछले दिनों बैठक से गायब रहे सीएमएचओ को कलेक्टर ने नोटिस जारी करके तीन दिनों में जवाब मांगा था। वे अभी कलेक्टर को जवाब भी नहीं दे पाए थे कि अब सीएमएचओ को मानव अधिकार आयोग ने भी नोटिस थमाया है। मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी नोटिस में सीएमएचओ से पूछा गया है कि 17 अक्टूबर तक कुल कितने जन्म प्रमाण-पत्र जारी होने के लिए लंबित है।
आयोग में पहुंची थी शिकायत-
दरअसल स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यों में लापरवाही एवं लेतलतीफी की शिकायत मानव अधिकार आयोग में पहुंची थी। इसके बाद आयोग ने मामले में संज्ञान लिया है। शिकायत में अभिभावकों ने कहा है कि बच्चे के जन्म के समय ही यदि जन्म प्रमाण पत्र मिल जाता है तो उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होती है, अन्यथा जिला अस्पताल के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। मामले में मप्र मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीहोर से एक माह में जवाब मांगा है। आयोग ने सीएमएचओ से कहा है कि जन्म प्रमाण पत्र यथाशीघ्र समयबद्ध प्रणाली से जारी कराने की व्यवस्था करें, तत्पश्चात प्रतिवेदन दें।