वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे पर ये दिलाई शपथ, हुआ कार्यक्रम का आयोजन

रेहटी। नगर के शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 20 मार्च को वर्ल्ड ओरल हेल्थ दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान शपथ समारोह में यहां उपस्थित अस्पताल स्टॉफ सहित अन्य लोगों को शपथ भी दिलाई गई। इस बार वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे के लिए एक नई थीम रखी गई है। इस साल विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस 2024 की थीम ’एक खुश मुंह एक खुश शरीर है’ रखी गई है।
लगातार बढ़ते ओरल कैंसर को लेकर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। सरकार हर वर्ष ओरल कैंसर पर करोड़ों रूपए खर्च भी कर रही है, लेकिन इसके बाद भी इसके मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अब 20 मार्च को वर्ल्ड ओरल हेल्थ दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन करके जहां लोगों को जागरूक किया गया तो वहीं उन्हें शपथ भी दिलाई गई, ताकि वे खुद का भी ध्यान रखें एवं इसके लिए अन्य लोगों को भी जागरूक करें।
ये दिलाई शपथ-
हम दृढ़ संकल्प लेते हैं कि अपने मुख को स्वच्छ रखने के लिए हमेशा अपने दैनिक जीवन की दिनचर्या में किसी भी माध्यम से तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल नहीं करेंगे तथा नियमित रूप से मुलायम ब्रश से दिन में दो बार सुझाए गए विधियों के अनुसार दांतों को साफ करेंगे। ओरल कैंसर रोगों के संभावित लक्षणों के संघटकों को दूर करने हेतु दंत चिकित्सक द्वारा सुझाए गए नियमन, उपायों का अपने दैनिक जीवन में पालन करेंगे। मैं-हम शपथ लेता-लेती हूं कि मैं अपने आसपास व परिवार में मुख रोगों से संबंधित जागरूकता अभियान का भाग रहूंगा-रहेंगे एवं अपने लोगों, सहकर्मी, मित्रों, आस-पड़ोस, समुदाय के अन्य लोगों को भी दिन में दो बार ब्रश करने के लिए प्रेरित करूंगा-करूंगी।
वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे का इतिहास-
लोगों को मुंह की सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे को मनाने की शुरुआत की गई। यह विचार पहली बार एफडीआई वर्ल्ड डेंटल फेडरेशन द्वारा 2011 में अपनी वार्षिक वर्ल्ड डेंटल कांग्रेस के दौरान प्रस्तावित किया गया था। यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ। इसके बाद 20 मार्च 2013 को पहली बार वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे मनाया गया।
वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे का महत्व-
विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस के पीछे का महत्व बच्चों और वयस्कों के बीच मुंह की स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। बता दें कि मौखिक रोगों का एक मुख्य कारण खराब लाइफस्टाइल, खान-पान और धूम्रपान है।