
सीहोर। शहर के चाणक्यपुरी स्थित मैरिज गार्डन में भाजपा के तत्वाधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर आपातकाल को लेकर प्रदर्शनी, कार्यशाला और पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता नेहा बग्गा ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 1975 में लगाया गया आपातकाल देश का सबसे काला अध्याय था। इमरजेंसी ने देश के लोकतांत्रिक ढांचे को तोड़ने का काम किया। उस समय संविधान, न्यायपालिका, मीडिया और नागरिक अधिकारों को कुचला गया।
बुधवार को आयोजित कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में अशोक कड़ेल ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपातकाल की घोषणा किसी राष्ट्रीय संकट का नतीजा नहीं थी। यह तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सत्ता बचाने की रणनीति थी। न्यायालय द्वारा उनकी चुनावी सदस्यता रद्द करने के बाद यह निर्णय लिया गया। इंदिरा गांधी ने आंतरिक अशांति का हवाला देकर अनुच्छेद 352 का दुरुपयोग किया। उस समय न तो कोई युद्ध था और न ही कोई बाहरी आक्रमण की स्थिति थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका को बंधक बना लिया था। प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला किया गया। बड़े अखबारों की बिजली काटी गई। सेंसरशिप लगाई गई और पत्रकारों को जेल में डाला गया। इस दौरान भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता नेहा बग्गा, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेश मेवाड़ा, सीहोर विधायक सुदेश राय, आष्टा विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर, नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सुरेन्द्र सिंह, प्रेमनारायण मीणा सहित अन्य भाजपा के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। यहां पर मौजूद नेताओं ने मींसाबंदियों को सम्मानित किया।
काला दिवस के रूप में कार्यक्रम आयोजित-प्रदर्शनी लगाई –