कुबेरेश्वर धाम में एक और मौत, युवक ने दम तोड़ा, आंकड़ा पहुंचा 6 पर, पूर्व मंत्री-विधायकों ने उठाए सवाल
- कावड़ यात्रा में शामिल होने के लिए आए थे ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालु, प्रशासन एवं समिति के इंतजाम फेल

सीहोर। जिला मुख्यालय के नजदीकी कुबेरेश्वर धाम पर गुरुवार को एक और मौत हो गई। सुबह करीब 8 बजे 22 वर्षीय उपेंद्र गुप्ता पिता प्रेमचंद गुप्ता का अचानक स्वास्थ्य खराब हुआ। इसके बाद उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि युवक की मृत्यु हार्टअटैक के कारण हुई है। मृतक ग्राम भोगलपुर बड़ा टोला तहसील पिपराइच, जिला गोरखपुर उत्तरप्रदेश का निवासी है। इससे पहले कावड़ यात्रा में शामिल होने के लिए आए पांच और श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जिनमें दो महिलाएं एवं तीन पुरूष हैं। इधर अब इन मौतों पर सवाल भी उठने लगे हैं। मध्यप्रदेश की पूर्व मंत्री कुसुम महदेले ने सोशल मीडिया अकाउंट पर पंडित प्रदीप मिश्रा के आयोजन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पंडित मिश्रा से कहा कि रुद्राक्ष बांटना बंद करो। उन्होंने शासन से भी रुद्राक्ष वितरण पर अंकुश लगाने और हादसे रोकने की मांग की है। खंडवा से भाजपा विधायक कंचन तन्वे ने कहा है कि प्रदीप मिश्रा जी आप कथा करो, ये रुद्राक्ष मत बांटो। क्योंकि रुद्राक्ष बांटने के चक्कर में कई लोगों की ऐसे जान चली जाती है। लोग भगदड़ मचाते हैं। लोग कथा सुनें, लोगों को और आने वाली पीढ़ी को ज्ञान मिले। अमरपाटन से कांग्रेस विधायक राजेन्द्र कुमार सिंह ने कुसुम महदेले का समर्थन करते हुए कहा कि धर्म में ये आडंबर नहीं होना चाहिए। धर्म ज्ञान सिखाता है। आदमी को अच्छा इंसान बनना सिखाता है। धर्मगुरुओं का यही काम होना चाहिए कि लोगों को अच्छा इंसान बनाए। भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने भी कहा है कि जो धार्मिक स्थान बनाए गए हैं वहां के प्रबंधकों को भी ध्यान देना चाहिए, केवल सरकार आधारित सुरक्षा नहीं हो सकती। ऐसे आयोजकों को इस पर ध्यान देना चाहिए। प्रदेश के राजस्व मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक करण सिंह वर्मा ने मामले में न्यायिक जांच की बात कही है।
पांच श्रद्धालुओं की भी हुई मौत, कई घायल भी हुए-
इससे पहले कुबेरेश्वर धाम पर जसवंती बेन पति चंदू भा आयु 56 वर्ष निवासी ओमनगर राजकोट गुजरात, संगीता गुप्ता पति मनोज गुप्ता आयु 48 वर्ष निवासी फिरोजाबाद उत्तरप्रदेश, चतुर सिंह पिता भूरा पांचवल आयु 50 वर्ष निवासी गुजरात, ईश्वर सिंह पिता मवासीराम यादव आयु 65 वर्ष निवासी रोहतक हरियाणा और दिलीप सिहारी पिता शत्रुघ्न सिहारी आयु 57 वर्ष निवासी रायपुर छत्तीसगढ़ की भी मौत हो गई। वहीं सुनीता निवासी हरियाणा कावड़ ले जाते समय भोपाल-इंदौर हाईवे पर गिरने से घायल हो गई। पूजा सैनी निवासी मथुरा भी गिरने से घायल हो गई। मनीषा निवासी नागपुर भी अचानक धाम में पास बेहोश हो गई। इन्हें अस्पताल लाया गया। कुबेरेश्वर धाम में हुई मौतों को लेकर सीहोर कलेक्टर बालागुरू के. बताया कि सीहोर में कांवड़ यात्रा में शामिल हुए तीन श्रद्धालुओं का अलग-अलग समय में अलग-अलग स्थानों पर अचानक स्वास्थ्य खराब होने के कारण निधन हो गया। स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें तत्काल एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर द्वारा तीनों व्यक्तियों को मृत घोषित किया गया है।
अफसरों की तैनाती एवं भीड़ प्रबंधन हुआ फेल-
कुबेरेश्वर धाम में आयोजन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा एसडीएम सहित कई अधिकारियों एवं बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। भोपाल-इंदौर रूट को भी डायवर्ट किया गया था। कुबेरेश्वर धाम की सभी व्यवस्थाओं का प्रभारी सीहोर एसडीएम तन्मय वर्मा को बनाया गया था। उनके साथ में कई अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई थी, लेकिन यहां पर जिला प्रशासन का भीड़ प्रबंधन फिसड्डी साबित हुआ तो वहीं रूट डायवर्ट का प्लान भी जमीन पर नहीं दिखा। लगातार बड़े वाहनों की आवाजाही बनी रही।