सीहोर। जिला मुख्यालय के करीब पिपल्यामीरा में स्थित जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री में मिलावट जारी है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि पनीर फैक्ट्री में बनने वाले पनीर, घी चीज सहित अन्य सामग्री में मिलावट के लिए जा रहे पॉम आयल के टैंकर को जिला प्रशासन एवं जिला खाद्य विभाग की टीम ने पकड़ा है। इसकी जांच में सामने आया है कि यह पॉम आयल का टैंकर कोलकाता से आया था और जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री में जा रहा है। इससे पहले ही टैंकर को जिला प्रशासन एवं जिला खाद्य विभाग की टीम ने पकड़ लिया और उस पर कार्रवाई की गई है।
जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री में बनने वाले पनीर, चीज, घी सहित अन्य सामग्री में मिलावट का खेल जारी है। इस मिलावट के खेल का पर्दाफाश भी हो गया है। यहां पर पॉम आयल मिलाकर खाद्य सामग्री बनाई जा रही है और देशभर सहित विदेशों में भी यहां से सामान भेजा जा रहा है। जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री पर पहले भी कई बार कार्रवाई की गई है, लेकिन इसके बाद भी फैक्ट्री प्रबंधन अपनी मनमानी पर उतारू है।
जिला प्रशासन को मिली थी सूचना, की कार्रवाई-
जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री में मिलावट का बड़ा खेल चल रहा था। इस पर खाद्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हजारों लीटर पाम आयल जप्त किया है। दरअसल जिला प्रशासन एवं जिला खाद्य विभाग को सूचना मिली थी कि एक संदेहास्पद टैंकर जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री में आया है। इस सूचना के बाद जिला प्रशासन एवं जिला खाद्य विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की। इस दौरान टैंकर की जांच की गई, जिसमें सामने आया कि यह पॉम आयल है। टैंकर कोलकाता से आया था।
जांच नमून लिए, प्रयोगशाला भेजे गए-
जांच टीम ने सूचना के बाद पनीर फैक्ट्री पर दबिश दी और चालक से उक्त टैंकर के दस्तावेज लिए। दस्तावेजों की जांच करने पर पता चला कि रिफाइंड पाम आॅयल भरा हुआ टैंकर कोलकाता से आया है और सीहोर जिले की जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री में जा रहा है। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने उसे जप्त किया और मिलावट के संदेश के आधार पर नमूने लिए गए, जो राज्य परीक्षण प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। फिलहाल टैंकर को सील कर दिया गया है। अब जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ होगी।
करीब 36 लाख रुपए का है पाम आयल-
कलेक्टर प्रवीण सिंह के निर्देश पर जिले में चलाए जा रहे मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत एसडीएम अमन मिश्रा के नेतृत्व में संयुक्त टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने कोलकाता से आया रिफाइंड पाम तेल को बायपास सीहोर में जप्त किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि छापे के दौरान कर्मचारी उपस्थित हुए। पूछताछ करने पर बताया कि पाम तेल से अन्य खाद्य सामग्री के निर्माण में उपयोग होता है। टैंकर में रखे पाम आयल को जप्त कर फैक्ट्री के सीईओ सुनील कुमार के अभिरक्षा में रखवा कर लगभग 36 लाख के पाम आयल के बंधपत्र स्यूरिटी पत्र भरवाए गए।
पहले भी चर्चाओं में रही है जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री-
जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री पहले भी कई बार चर्चाओं में रही है। दरअसल जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री जहां पिपल्यामीरा सहित आसपास के ग्रामीणों के लिए अभिशाप बन चुकी है तो वहीं यहां पर बन रहे मिलावटी खाद्य सामग्री भी लोगों की सेहत के लिए हानिकारक हो गए हैं। यहां पर लंबे समय से पॉम आयल मिलाकर पनीर, चीज, घी सहित अन्य खाद्य सामग्री बनाई जा रही है। यहां से प्रतिदिन बड़ी संख्या में पनीर सहित अन्य खाद्य सामग्री देशभर के राज्यों सहित विदेशों में भेजा जाता है।
इनका कहना है-
जयश्री गायत्री पनीर फैक्ट्री में एक संदेहास्पद टैंकर के आने की सूचना मिली थी। इसके बाद टैंकर पर दबिश देकर जांच की गई है, जिसमें पॉम आयल निकला है। टैंकर कोलकाता से आया था। पॉम आयल के नमूनों को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
– अरुणेश पटेल, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी, सीहोर