विहिप दुर्गावाहिनी, मातृ शक्ति एवं शालेय विद्यार्थियों का निकला पथ संचलन, अब 13 को निकलेगा आरएसएस का पथ संचलन

- नगर में जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन, व्यापारियों ने किया स्वागत

सीहोर। जिले के भैरूंदा में विश्व हिंदू परिषद दुर्गावाहिनी, मातृ शक्ति एवं शालेय विद्यार्थियों का पथ संचलन निकाला गया। इस दौरान पथ संचलन नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए अपने गंतव्य स्थानों पर पहुंचा। पथ संचलन के दौरान दुर्गावाहिनी, मातृशक्तियां एवं शालेय विद्यार्थी कतारबद्ध तरीके से चल रहे थे। इस मौके पर जयश्रीराम, भारत माता, वंदे मातरम् के जयकारों से भी नगर गंुजायमान हो रहा था। कई स्थानों पर फूलों की बारिश कर स्वागत भी किया गया। पथ संचलन के दौरान पुलिस प्रशासन ने भी मोर्चा संभाल रखा था।
महिलाओं, युवतियों को खुद की सुरक्षा के बारे में बताया –
विश्व हिन्दू परिषद दुर्गावाहिनी एवं मातृशक्तियों द्वारा परशुराम ब्राह्मण धर्मशाला से पथ संचलन की शुरुआत हुई, जिसमें अधिक संख्या में दुर्गावाहिनी एवं मातृशक्तियां शामिल हुईं। भारत माता, वंदे मातरम्, जय श्रीराम के जयकारे लगाते हुए पथ संचलन लगातार आगे बढ़ता रहा। संचलन मार्ग में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था संभाली। विश्व हिंदू परिषद दुर्गा वाहिनी की पदाधिकारी बहनों ने बताया कि दुर्गा वाहिनी बहनों को समाज के बीच में जाकर कार्य करना, स्वयं के साथ दूसरों की सुरक्षा करना है। साथ ही लव जिहाद जैसी घटनाओं के प्रति भी बहनों को सजग करना है। संचलन मार्ग पर दुर्गा वाहिनी एवं मातृशक्ति की बहनों का राजनीतिक, सामाजिक, व्यापारी सहित अन्य संगठनों ने स्वागत किया। शौर्य संचलन परशुराम ब्राह्मण धर्मशाला गायत्री मंदिर से शुरू होकर नगर के शास्त्री कॉलोनी, दुर्गा चौक, जेपी मार्केट, रॉयल मार्केट सहित अन्य मार्गों से होते हुए अपने गंतव्य पर पहुंचा। इस दौरान पथ संचलन में शामिल दुर्गा वाहिनी, मातृशक्तियों पर नगरवासियों द्वारा पुष्प वर्षा की गई। पथ संचलन भावना गौर, आकांशा गौर, राधिका जेमनी के नेतृत्व में प्रमुख मार्गों से होते हुए वापस परशुराम ब्राह्मण धर्मशाला पहुंचा। यहां पर पथ संचलन का समापन किया गया। संचलन में प्रांत, विभाग, जिला, प्रखंड, खंड एवं मोहल्ला स्तर तक की बहनों ने सहभागिता की। संचलन में मुख्य रूप से अखिल भारतीय मातृशक्ति प्रांत सहसंयोजिका भावना गौर, दुर्गा वाहिनी आकांक्षा दुबे, विभाग संयोजिका दुर्गावाहिनी प्रमुख, दुर्गा वाहिनी जिला संयोजिका राधिका जेमनी, माया अग्रवाल, नगर पालक सुनीता, जिला संयोजिका माधवी, बालिका शिक्षण रानी वर्मा, उमा शर्मा, उषा श्रोतिय, राखी शुक्ला सहित नगर दुर्गा वाहिनी एवं मातृ शक्तियों का विशेष योगदान रहा। इस दौरान विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारी संगठन मंत्री दीपक श्रीवास्तव, प्रखंड अध्यक्ष राजू भाई जाट, जिला मंत्री राजदीप सोनी, जिला सयोजक बदरंग दल एवं विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल राजू सिसौदिया, संजय चौहान, राकेश नाथ, शुभम मेहरा, जिला बुधनी प्रांत के अन्य पदाधिकारी भी शामिल रहे।
शालेय विधार्थी का निकला पथ संचलन, बाल स्वयंसेवकों ने की कदमताल –
दशहरा से पहले भैरूंदा नगर में शालेय विद्यार्थियों का भी पथ संचलन निकाला गया। संघ के शालेय विद्यार्थियों का पथ संचलन भैरुंदा नगर के सीएम राइस स्कूल मैदान से प्रारंभ होकर रॉयल मार्केट, सुदामापुरी, शास्त्री स्कूल, मिलन गार्डन रोड, इंदौर रोड, दुर्गा मंदिर चौराहा, जेपी मार्केट होकर पुनः सीएम राइस स्कूल मैदान में समाप्त हुआ। इस दौरान बड़ी संख्या में बाल स्वयंसेवकों ने भी कदमताल की। वे भी वंदे मातरम्, भारत माता की जय सहित जयश्री राम के नारे लगाते हुए लगातार आगे बढ़ते रहे। नगर में जगह-जगह बाल स्वयंसेवकों पर भी फूलों की बारिश करके उनका स्वागत किया गया। जिला कार्यवाह राकेश पंवार ने बताया कि संघ की स्थापना 1925 में हुई, तब से ही संचलन की परंपरा समाज को शक्ति संपन्नता का आश्वासन बांधने के लिए प्रारम्भ हुई। उसी क्रम में शालेय विद्यार्थियों का भी पथ संचलन निकाला गया। इस दौरान संघ के वरिष्ठ वक्ताओं ने स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि वे इसी प्रकार से संघ की शाखा मजबूत करते हुए समाज को समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी, नागरिक अनुशासन पर अग्रसर रहते हुए संघ के एजेंडे को आगे बढ़ाते रहे। उन्होंने कहा कि समरसता हमारे आचरण व्यवहार में सामाजिक समरसता का भाव प्रकट हो, कुटुंब प्रबोधन हमारा कुटुंब अपने सनातन संस्कारों के अनुसार एक इकाई के रूप में व्यवहार करे। नई पीढ़ी संस्कारवान बने। इसका ध्यान रहे कि पर्यावरण संरक्षण को हमारे किसी भी कार्य से हानि न हो। मिट्टी सुपोषित रहे, जल व्यर्थ न जाए, पॉलीथीन प्रयोग न करे, स्वदेशी अपनी आवश्यकताओं की वस्तुओं में स्वदेशी का आग्रह रहे। नागरिक अनुशासन का पालन करे। देश के संविधान के अनुसार व्यवहार करे। किसी प्रकार का कोई विशेष अवसर पाने की न सोचे। अपने व्यक्तिगत कार्यों एवं जीवन में न्याय प्रियता का आग्रह हो। अनुकूल परिस्थितियों के दुष्परिणाम अपने में न दिखाई दे। अपने अल्पकालीन अभिमान में उसी समाज जिसका संगठन हम करना चाहते हैं से टकराने न लगे। समाज एवं राष्ट्र के हितों को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से ऊपर रखे। विद्यार्थियों में संस्कार देना का कार्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शाखा के माध्यम से विधार्थी जीवन में प्रारंभ कर दिया जाता है। उन्हें साहसिक, वीर, संस्कारवान, अनुशासन, गढ़ने का कार्य संघ की शाखा के माध्यम से किया जाता है।
अब 13 अक्टूबर को निकलेगा आरएसएस का पथ संचलन –
दशहरा के अवसर पर अब 13 अक्टूबर को भैरूंदा नगर में आरएसएस का भी पथ संचलन निकाला जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में स्वयंसेवक शामिल होकर नगर में पथ संचलन निकालेंगे।