POLICE : 11 ‘नये डीएसपी’ की पहली ‘भीड़ परीक्षा’ ट्रेनिंग ग्राउंड बना माता का दरबार

सीहोर। आमतौर पर पुलिस अधिकारी अपनी ट्रेनिंग किताबों और क्लासरूम में पूरी करते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी के 44वें बैच के 11 भावी डीएसपी (उप पुलिस अधीक्षक) को इस बार सीधा ग्राउंड जीरो पर उतार दिया गया। जमीनी हकीकत समझने के लिए सीहोर पहुंचे इन 11 प्रशिक्षु अफसरों (7 पुरुष और 4 महिला) ने अपनी सबसे बड़ी परीक्षा नवरात्रि के दौरान सलकनपुर देवीधाम में दी, जहां लाखों भक्तों की भीड़ थी।
प्रशिक्षु अधिकारियों के लिए सलकनपुर देवीधाम किसी ट्रेनिंग लैब से कम नहीं था। उन्हें सिखाया गया कि सीमित संसाधनों के साथ एक भीड़ को कैसे अनुशासित तरीके से हैंडल किया जाता है। यह सिर्फ टै्रफिक कंट्रोल की बात नहीं थी, बल्कि मेला प्रबंधन, श्रद्धालुओं की सुरक्षा और पर्व के दौरान मंदिर की आंतरिक व्यवस्थाओं को ऑन-साइट समझना था। प्रशिक्षु डीएसपी ने देखा कि भक्ति और शक्ति के इस सैलाब को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए पुलिस कितनी बारीकी से काम करती है। यह उनका पहला ‘भीड़ और व्यवस्थापन’ का व्यावहारिक पाठ था।
एसपी की पाठशाला
शैक्षणिक भ्रमण के दूसरे दिन इन नए अफसरों को सीहोर पुलिस के सबसे अनुभवी हाथों से सीखने का मौका मिला। उन्होंने पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला से सीधे मुलाकात की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनीता रावत, एसडीओपी पूजा शर्मा और डीएसपी अनिल सिंह जैसे वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में, उन्होंने कानून व्यवस्था बनाए रखने, सुरक्षा प्रबंधन, मेन पावर मैनेजमेंट और जिले की आंतरिक सुरक्षा के व्यावहारिक पहलुओं को समझा।

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