
सीहोर। 21 अप्रैल को जिले के नसरूल्लागंज में होने जा रहे मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह सम्मेलन की तैयारियों को लेकर जिला पंचायत सीईओ हर्ष सिंह ने कहा है कि सामूहिक विवाह सम्मेलन की सभी तैयारियां चाक-चौबंद हों, ताकि वर-वधु एवं उनके परिजनों को कोई परेशानियां न आएं। यहां आने वाले मेहमानों के लिए पानी सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जाए। जिला पंचायत सीईओ हर्ष सिंह जिला पंचायत सभाकक्ष में टीएल बैठक ले रहे थे।
जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित टीएल बैठक में जिला पंचायत सीईओ हर्ष सिंह एवं अपर कलेक्टर गुंचा सनोबर ने विभागीय गतिविधियों, सीएम हेल्पलाइन तथा समय सीमा वाले विभागीय पत्रों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को पत्रों पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सीईओ हर्ष सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना प्रदेश सरकार द्वारा पुन: प्रारंभ की जा रही है। इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे और वर-वधुओं को आशीर्वाद देंगे। विवाह सम्मेलन की तैयारियों को समय सीमा में एवं व्यवस्थित तरीके से पूरा करें।
वरिष्ठजनों को न हो कोई परेशानी-
जिला पंचायत सीईओ ने 19 अप्रैल को काशी तीर्थ यात्रा में जिले से जाने वाले 50 वरिष्ठ नागरिकों की व्यवस्था के संबंध में जानकारी लेते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वरिष्ठजनों को सुविधाजनक ढंग से भोपाल स्टेशन पहुंचाया जाए। पेयजल व्यवस्था की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की वर्तमान स्थिति की नियमित जानकारी ली जाए तथा जहां आवश्यक हो वहां पेयजल उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। श्री सिंह ने कहा कि 11 अप्रैल को प्रारंभ हुए जल अभिषेक अभियान के तहत जिले में जल संरक्षण के समस्त कार्य तथा अमृत सरोवर के कार्य 15 जून तक पूर्ण कर लिए जाएं। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने शेष हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड बनाने तथा कोविड टीकाकरण की जानकारी ली। रबी उपार्जन की समीक्षा करते हुए श्री सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा जारी निर्देशानुसार गुणवत्ता का गेहूं खरीदा जाए। बैठक में संयुक्त कलेक्टर राधेश्याम बघेल, एसडीएम ब्रजेश सक्सेना, डिप्टी कलेक्टर रवि वर्मा, प्रगति वर्मा, अमन मिश्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
3 मई को बाल विवाह रोकथाम के लिए दलों का गठन-
इधर अक्षय तृतीया 3 मई 2022 के अवसर पर सामूहिक विवाहों का आयोजन किया जाता है। इप आयोजनों में बाल विवाह होने की प्रबल संभावना होती है। 3 मई अक्षय तृतीया के अवसर पर बाल विवाह की सूचना के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया जाता है। इस संबंध में कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर ने प्रत्येक अनुभाग एवं तहसील स्तर पर कन्ट्रोल रूम स्थापित कर और इसके लिए दल भी गठित किए गए हैं, जो अपने-अपने क्षेत्र में बाल विवाहों पर निगरानी रखकर बाल विवाह रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे। कंट्रोल रूम प्रभारी अपने दल के साथ पूरे समय अपने कार्यक्षेत्र पर उपस्थित रहकर जैसे ही बाल विवाह की सूचना मिलती है वैसे ही तत्काल आवश्यक कार्रवाई की जाए। 3 माई को अक्षय तृतीया के अवसर पर विशेष रूप से विवाह पर निगरानी रखते हुए पूरे वर्ष अभियान अंतर्गत बाल विवाह रोकथाम के लिए दलों का गठन किया गया है। दल अपने-अपने क्षेत्राधिकार में होने वाले सामूहिक विवाह में वर वधओं की आयु के प्रमाण पत्र का अवलोकन करेंगे। किसी भी परिस्थिति में वर की आयु 21 वर्ष से कम तथा वधु की आयु 18 वर्ष से कम न हो। वर की आयु कम पाए जाने पर बाल विवाह रोकने का प्रयास करेंगे अन्यथा वैधानिक कार्रवाई करेंगे। उड़नदस्तों के दल द्वारा यदि उनके क्षेत्राधिकार में कोई बाल विवाह का प्रकरण पाया जाता है तो बाल विवाह करने वाले बाल विवाह को प्रोत्साहित करने जैसे बाल विवाह में सम्मिलित बाराती, विवाह स्थल, टेंट, खाना बनाने वाले रसोईया, केटर, काजी, पंडित तथा पत्रिका छापने पहले प्रिंटिंग ऐस के मालिक के विरुद्ध भी बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के कार्रवाई की जाए।