प्राचार्य एवं स्कूल प्रबंधन को न कलेक्टर के आदेश का डर, न ही बच्चों की चिंता
कलेक्टर के आदेश के बाद भी नहीं बदला रेहटी के शास्त्री स्मृति स्कूल का समय, सर्दी में बच्चे हुए परेशान
रेहटी। सीहोर जिले की रेहटी तहसील मुख्यालय पर स्थित शास्त्री स्मृति विद्या मंदिर प्राचार्य एवं प्रबंधन को न तो कलेक्टर के आदेश का डर है और न ही उन्हें बच्चों की चिंता है। यही कारण है कि जिलेभर में शीतलहर के कारण परिवर्तन किए गए स्कूल समय के बाद भी शास्त्री स्मृति विद्या मंदिर प्राचार्य द्वारा प्रतिदिन के समय पर ही स्कूल लगाया गया। इसके कारण बच्चों को सुबह से सर्दी में परेशान होना पड़ा। बच्चों के अभिभावकों ने भी इस पर आपत्ति उठाई एवं इसकी शिकायत भी की।
इस समय प्रदेशभर सहित सीहोर जिले में भी शीतलहर का प्रकोप जारी है। शीतलहर को लेकर सीहोर जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा सभी शासकीय, अशासकीय स्कूलों एवं आंगनबाड़ियों के समय में परिवर्तन किया गया है। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में किए गए परिवर्तन में जहां पर दो पालियों में स्कूल लगता है वहां पर सुबह 9 बजे एवं जहां पर एक पाली में स्कूल लगता है वहां पर 9.30 बजे का समय किया गया है। इस संबंध में सभी स्कूलों को भी निर्देश दे दिए गए, लेकिन रेहटी के शास्त्री स्मृति विद्या मंदिर में कलेक्टर के ये आदेश लागू नहीं हुए। यहां के प्राचार्य द्वारा अपने निर्धारित समय पर ही स्कूल लगाया गया।
मोबाइल टॉवर के नीचे संचालित हो रहा है स्कूल-
रेहटी के शास्त्री स्मृति विद्या मंदिर प्रबंधन की जहां पर हठधर्मिता दिखाई दे रही है तो वहीं यहां पर बच्चों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है। स्कूल के पास तीन मोबाइल टॉवर लगे हुए हैं। इसके ठीक नीचे स्कूल संचालित हो रहा है। यहां पर कक्षा केजी 1 से दसवी तक के बच्चे पढ़ाई करते हैं, लेकिन इस तरफ किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने अब तक ध्यान केंद्रित नहीं किया। स्कूल प्रबंधन की हठधर्मिता की शिकायतें भी हुर्इं, लेकिन सिस्टम की खामियां एवं मिलीभगत ने सब कुछ सामान्य ही रखा। अब एक बार फिर से स्कूल प्रबंधन एवं प्राचार्य की हठधर्मिता सामने आई है। यहां पर कलेक्टर के आदेश की अवहेलना हुई है। देखना होगा कि इस मामले में अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं।
इनका कहना है-
यदि शास्त्री स्मृति विद्या मंदिर में कलेक्टर के आदेश के बाद भी स्कूल का समय नहीं बदला गया तो उनको नोटिस जारी करेंगे। यदि स्कूल में अव्यवस्थाएं हैं, स्कूल नियमों का पालन नहीं हो रहा है तो यह भी दिखवाएंगे कि इनको मान्यता कैसे मिली।
– जीपी मीना, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, बुदनी, जिला सीहोर
रोजाना हमारा स्कूल साढ़े सात बजे लगता है, लेकिन अब हमने स्कूल का समय 8.45 कर दिया है। जहां तक पेरेंट्स मीटिंग का सवाल है तो हम बच्चों के पेरेंट्स को बुलाते हैं तो वे आते ही नहीं हैं।
– आरएस यादव, प्राचार्य, शास्त्री स्मृति विद्या मंदिर, रेहटी