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राहुल गांधी को सजा हो गई, सदस्यता चली गई, फिर भी कुंभकरणी नींद में सोयी है सीहोर कांग्रेस

सीहोर। कांग्रेस नेता एवं सांसद राहुल गांधी को एक मामले में दो साल की सजा हो गई, उनकी लोकसभा से सदस्यता समाप्त कर दी गई है, लेकिन इसकेे बाद भी कांग्रेस कुंभकरणी नींद में सोयी हुई है। सीहोर में कांग्रेस नेेता राहुल गांधी के साथ हुए घटनाक्रम की न तोे यहां केे जिलाध्यक्ष डॉ. बलवीर सिंह तोेमर को कोई चिंता है औैर न ही किसी नेता की कोई प्रतिक्रिया आई है। यदि ऐसी स्थिति भाजपा के किसी नेता के साथ बनती तोे निश्चित ही भाजपा मामले को लेकर सड़कोें पर उतर आती, लेकिन कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं सीहोेर जिले की कांग्रेस पार्टी पूरी तरह सेे निष्क्रिय होकर बैठी हुई है। इस मामले में न तोे जिलाध्यक्ष एवं अन्य जिम्मेदारों की कोई प्रतिक्रिया आई है औैर न ही किसी तरह का कोई विरोध जताया गया है।
सीहोेर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डॉ. बलवीर सिंह तोमर पर आरोप लगतेे रहे हैैं कि वेे भाजपा के एजेंट हैं, लेकिन अब इन आरोेपोें में सच्चाई भी दिख रही है। ये बातें नाम नहीं छापने की शर्त पर कांग्रेस के प्रभावशाली लोग ही बोल रहे हैं। वे कह रहे हैं कि सीहोेर जिले में कांग्रेस की कमान जिनके हाथ में हैं वेे पूरी तरह से भाजपा के एजेंट हैं। नेताओें का कहना है कि एक तरफ उनके नेता एवं पार्टी की धूरी राहुल गांधी को दो साल की सजा हो गई हैै, उनकी लोकसभा से सदस्यता समाप्त कर दी गई है, लेकिन इसके बाद भी सीहोर जिले मेें कांग्रेस पार्टी एवं नेेताओें कोे इसका कोई रंज नहीं है। वेे अपनी मस्ती में चूर है। जब सीहोर हलचल ने कांग्रेस नेेताओें से इस मामले में बात कही तोे उन्होेंने कुछ ऐसे जबाव दिए।
ये बोले कांग्रेस नेेता-
कांग्रेस के युवा नेता एवं प्रतिनिधि मलखान सिंह चंद्रवंशी कहते हैैं कि भाजपा के लोग राजीव गांधी, इंदिरा गांधी, नेहरू गांधी तक के लिए गलत शब्दों का प्रयोग करतेे हैैं। वे मीर जाफर की तुलना गांधीजी से करतेे हैैं, लेकिन उनके खिलाफ कोेई कार्रवाई नहीं होेती, जबकि राहुल गांधीजी ने मोदी समाज को नहीं, बल्कि भगोेड़ेे नीरव मोदी कोे लेकर कहा था, तोे उन पर ये कार्रवाई होे गई हैै। देश का लोकतंत्र पूरी तरह भाजपा केे कब्जेे मेें हैैं। इससे देश की जनता का विश्वास ही न्यायपालिका सेे उठ जाएगा। हम इस मामले कोे लेकर आंदोलन करेेंगे, गिरफ्तारी देंगे औैर हमारेे नेता राहुल गांधीजी के लिए सड़क पर आकर लड़ाई लड़ेंगे।
युवा नेता अर्जुन शर्मा निक्की कहतेे हैैं कि जिस तरह से राहुल गांधीजी को लेकर भाजपा सरकार एवं देश की न्यायपालिका ने तत्परता दिखाई है। यदि इस तरह की तत्परता वर्षों से लंबित प्रकरणोें को लेकर दिखाई जाती तोे आज लाखोें की संख्या में न्यायालयों में पेेंडिंग प्रकरणोें की संख्या नहीं होती। राहुल गांधीजी ने करोड़ों का घपला करके भाग गए मोदी को लेकर कहा था। यदि मोेदी सरनेम को लेकर इतनी ही चिंता हैै तोे फिर भाजपा भगोेड़े नीरव मोदी को अब तक क्यों नहीं ला पा रही है। हम सड़कों पर उतरकर इस मामले में आंदोलन करेंगेे। जेल भरेंगे एवं अधिकार की लड़ाई लड़ेंगे।
क्यों गई राहुल गांधी की सदस्यता?
लोक-प्रतिनिधि अधिनियम 1951 की धारा 8(3) के मुताबिक, अगर किसी नेता को दो साल या इससे ज्यादा की सजा सुनाई जाती है तो उसे सजा होने के दिन से उसकी अवधि पूरी होने के बाद आगे छह वर्षों तक चुनाव लड़ने पर रोक का प्रावधान है। अगर कोई विधायक या सांसद है तो सजा होने पर वह अयोग्य ठहरा दिया जाता है। उसे अपनी विधायकी या सांसदी छोड़नी पड़ती है।

 

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