बारिश का कहर : नर्मदा सहित सहायक नदियां उफान पर, गांवों में घूसा बाढ़ का पानी, अधिकारियों ने संभाला मोर्चा

- कोलार डेम भी लबालब, 223 एमसीएम पानी भराया, मंगलवार सुबह 8 गेट खोले, दोपहर बाद 6 बंद किए

सीहोर-रेहटी।
लगातार बारिश के कारण जिलेभर में आम जीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त है। नर्मदा सहित अन्य सहायक नदियां उफान पर है। तबा एवं बरगी बांध के गेट खोलने के कारण नर्मदा का जलस्तर भी अचानक से बढ़ गया। पार्वती नदी का पानी भी आसपास के गांवों में घूस गया। इसके कारण यहां से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। बारिश के कारण जिलेभर में प्रशासन ने अलर्ट घोषित कर दिया। कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों ने भी मैदानी मोर्चा संभाला। नर्मदा किनारे बसे गांवों में प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने निर्देश दिए हैं कि ऐसे गांव जो बाढ़ संभावित हैं वहां से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाए। कलेक्टर ने लोगों से अपील भी की है कि वे पानी में डूबी हुई पुल एवं पुलिया पार नहीं करें।
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने जिला प्रशासन तथा पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नागरिकों की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए आगामी समय में बाढ़ प्रभावित एवं जलभराव वाले संभावित स्थानों/ ग्रामों के नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था करें। साथ ही उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की है कि लगातार हो रही वर्षा के कारण जिन पुल, पुलिया, रपटों के ऊपर पर पानी बह रहा हो, उन्हें पार नहीं करें। उन्होंने नागरिकों से यह भी अपील की है कि बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकले तथा उन मार्गों से नहीं जाएं जिनकी नदी-नालों पर बने पुलों पर पानी बह रहा हो।
शाहगंज में बनाया गया बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत शिविर-
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर और एसपी मयंक अवस्थी ने बुधनी एवं शाहगंज में नर्मदा किनारे बसे अनेक गांवों का निरीक्षण किया और बाढ़ राहत की व्यवस्थाएं देखी। उन्होंने ग्राम जैत, सोमलवाड़ा, सहित अनेक गांव का भ्रमण कर संभावित बाढ़ आपदा से निपटने की तैयारी का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने ग्रामवासियों को नर्मदा का जल स्तर बढ़ने के पूर्व ऊंचे स्थानों पर जाने की समझाइश दी और संबंधित अधिकारियों को ग्रामवासियों को शिफ्ट कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने सभी अधिकारियों को संभावित बाढ़ तथा जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
टैÑक्टर-ट्रॉली से ग्रामवासियों को शिफ्ट कराया-
लगातार हो रही वर्षा के चलते नर्मदा किनारे बसे ग्रामीण क्षेत्रों से ग्रामवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए कलेक्टर श्री ठाकुर और एसपी श्री अवस्थी स्वयं उपस्थित रहकर बाढ़ संभावित क्षेत्र सोमलवाड़ा के निवासियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कराया। ग्रामवासियों को ट्रैक्टर-ट्रॉली में बैठाकर राहत शिविर में छोड़ा गया। बाढ़ संभावित क्षेत्रों से ग्रामवासियों के बचाव के लिए शाहगंज में राहत शिविर बनाया गया है, जिसमें पेयजल, भोजन, दवाएं आदि तथा ठहरने की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं गई हैं। महिलाओं, बच्चों और वृद्धजनों को सबसे पहले लाया जा रहा है।
अधिकारियों ने संभाला मैदानी मोर्चा-
लगातार बारिश के बाद बने बाढ़ के हालातों से निपटने के लिए कलेक्टर-एसपी सहित जिला पंचायत सीईओ हर्ष सिंह, एडीएम गुंचा सनोबर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गीतेश गर्ग, बुदनी एसडीएम राधेश्याम बघेल, तहसीलदार आशुतोष शर्मा, रेहटी तहसीलदार केएल तिलवारी, नायब तहसीलदार जयपाल शाह उइके, जनपद पंचायत बुदनी सीईओ देवेश सराठे, शाहगंज थाना प्रभारी नरेंद्र कुलस्ते, रेहटी थाना प्रभारी अरविंद कुमरे सहित राजस्व विभाग के अमले ने मैदानी मोर्चा संभाला एवं राहत कार्य में जुटे रहे।
पिकनिक मनाने आए भोपाल के युवक फंसे, रेस्क्यू कर निकाला-
इधर सीहोर के शाहगंज के जंगल में अमरगढ़ जलप्रपात पर पिकनिक मनाने आए भोपाल के 8 युवक वाटर फॉल में फंस गए हैं। शाहगंज थाना पुलिस ने रेस्क्यू कर सभी को सुरक्षित निकाला। थाना प्रभारी शाहगंज नरेंद्र कुलस्ते ने बताया कि भोपाल के रोशनपुरा निवासी 8 युवक पिकनिक मनाने आए थे, लेकिन वे एक दूसरे रास्ते पर चले गए। जहां से वे वापस लौट रहे थे तो उन्हें जंगल में एक करीब 100 फिट के नाले ने रोक दिया। नाले में पानी का बहाव बहुत तेज था। पुलिस को शाम करीब 6 बजे सूचना मिली। इसके बाद पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर होमगार्ड के जवानों की मदद से रेस्क्यू शुरू किया। रात करीब 11 बजे सभी 8 युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पिकनिक मनाने आए युवकों में मोसीन पिता मो तैय्यब, राहिल पिता मो रईस, यूसुफ मो फहीम, शोएब पिता शेख मुन्ना, साजिद पिता शब्बीर पिया, अरमान पिता लईक, अकरम पिता मो नसीफ और समीर पिता समद सभी निवासी रोशनपुरा भोपाल थे।
जिले में अब तक 1080.1 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज, बीते 24 घंटे में 96.6 मिलीमीटर औसत हुई बारिश-
जिले में 1 जून से 16 अगस्त 2022 तक 1080.1 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई, जो कि गत वर्ष इसी अवधि में औसत वर्षा 591.6 मिलीमीटर थी। जिले की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत वर्षा 1148.4 मिलीमीटर है। अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 1 जून से 16 अगस्त 2022 तक जिले के वषार्मापी केन्द्र सीहोर में 1104.0 मिलीमीटर, श्यामपुर में 1114.0, आष्टा में 945.2, जावर में 805.0, इछावर में 1086.3, नसरूल्लागंज में 1024.9, बुधनी में 1156.0 और रेहटी में 1405.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। जिले में बीते 24 घंटे में प्रात: 24 बजे तक 96.6 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। वषार्मापी केन्द्र सीहोर में 148.0 मिलीमीटर, श्यामपुर में 116.0, आष्टा में 69.0, जावर में 43.0, इछावर में 111.0, नसरुल्लागंज में 83.3, बुधनी में 121.0 एवं रेहटी में 81.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।