दशहरा पर हुआ रावण दहन, निकला चल समारोह, हुई आतिशबाजी
Sumit Sharma
सीहोर। बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा जिलेभर में धूमधाम सेे मनाया गया। इस दौरान जगह-जगह रावण, मेेघनाद एवं कुंभकरण के पुतलों का दहन किया गया। इससे पहले जगह-जगह चल समारोह निकाला गया। रावण दहन केे बाद दशहरा जीतकर घर पहुंचे बच्चों को बड़ों ने पुरस्कार के तौैर पर पैसे दिए। इधर रेहटी में मंडी प्रांगण में 52 फिट के रावण के पुतले का दहन किया गया। इस दौरान जमकर आतिशबाजी हुई। सीहोर जिला मुख्यालय पर हर साल की तरह इस साल भी बाल विहार मैदान पर छावनी दशहरा उत्सव समिति के तत्वाधान में दशहरा पर्व पूरी आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा भी मौजूद रहे। रावण दहन के बाद यहां पर भजन संध्या का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। रावण दहन के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सीहोरवासी मौजूद रहे। इससे एक दिन पहले बाल विहार मैदान पर मुख्य संरक्षक पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल अरोरा, समिति अध्यक्ष आशीष गहलोत आदि ने व्यवस्था का जायजा लिया और यहां पर आने वाले दर्शकों के बैठने आदि की व्यवस्था देखी थी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा, अध्यक्षता अमिता अरोरा, पूर्व विधायक मदन लाल त्यागी, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय, जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. बलवीर तोमर, महंत हरिराम दास, महंत उद्वाव दास, पूर्व विधायक रमेश सक्सेना, वरिष्ठ समाजसेवी अखिलेश राय, नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर, पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल, पंडित मोहित पाठक, अजय पुरोहित, वीणा व्यास, हरीश चंद्र अग्रवाल, विवेक राठौर, राजीव गुजराती, अंबर नारंग, दीपक सोनी, सीताराम यादव, रुकमणी रोहिला, कैलाश अग्रवाल, ब्रजमोहन सोनी सहित अन्य गणमान्य नागरिक भी मौैजूद रहे। आतिशबाजी का हुआ प्रदर्शन-
बाल विहार मैदान पर रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन करने से पहले भगवान श्रीराम और रावण की सेना के बीच युद्ध दिखाया गया और लगातार कई घंटों तक आकाशीय बहुरंगी आतिशबाजी का प्रदर्शन किया गया। इससे पहले शहर के छावनी स्थित हनुमान मंदिर से राम बारात समिति के अध्यक्ष नीरज ताम्रकार के नेतृत्व में भव्य बारात शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए बाल विहार मैदान पर पहुंची। चल समारोह चरखा लाइन, बड़ा बाजार आदि मार्गों से होते हुए रावण दहन स्थल बाल विहार पहुंचा। इसके पश्चात रावण का दहन भगवान श्रीराम के द्वारा किया गया। मंच से परम्परानुसार सभी संतों और अन्य गणमान्य नागरिकोें का सम्मान भी किया गया। रेहटी के मंडी प्रांगण में हुआ रावण के पुतले का दहन- रेहटी में भी दशहरा पर्व के अवसर पर मंडी प्रांगण में रावण के पुतले का दहन किया गया। इससे पहले बागेश्वरी माता से भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, सीता एवं हनुमान जी का रथ निकला, जो कि हनुमान चौक पहुंचा। यहां पर बजरंग अखाड़ा के कलाकारों द्वारा अपनी कला के जौहर दिखाए गए। इसके बाद रथ नगर केे विभिन्न मार्गों से होते हुए मंडी प्रांगण पहुंचा। यहां पर समारोह के मुख्य अतिथियों द्वारा भगवान श्रीराम, लक्ष्मणजी, सीताजी सहित हनुमानजी की आरती की गई। इस दौरान अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद रेहटी नगर में धार्मिक कार्यक्रमोें का आयोजन करने वाली समितियों को हिन्दू उत्सव समिति द्वारा सम्मानित करते हुए प्रमाण पत्र दिए गए। इसके बाद यहां पर रंगारंग आतिशबाजी का कार्यक्रम भी हुआ। राम-रावण युद्ध का भी चित्रण हुआ। इसके बाद भगवान श्रीराम ने 52 फिट के रावण के पुतले को आग लगाई। रावण दहन के कार्यक्रम कोे देेखनेे केे लिए नगरवासियोें सहित आसपास केे क्षेत्र के भी लोग बड़ी संख्या में रेहटी पहुंचे थे। रावण दहन के बाद लोग अपने-अपने घरों कोे पहुंचे।