माटी शिल्पियों को राहत! कलेक्टर ने दिए निर्देश कुम्हारों को हाट बाजारों में नि:शुल्क मिलेगा स्थान, कोई टैक्स नहीं लिया जाएगा

सीहोर। दीपावली जैसे प्रमुख त्यौहारों के मद्देनजर जिला प्रशासन ने माटी शिल्पियों (कुम्हारों) को बड़ा प्रोत्साहन दिया है। कलेक्टर बालागुरू के. ने 10 अक्टूबर को आदेश जारी करते हुए जिले के पारंपरिक माटी शिल्पियों को उनके उत्पादों के विक्रय के लिए स्थानीय हाट बाजारों में नि:शुल्क और उचित स्थान उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
कलेक्टर ने अपने आदेश में कहा कि नगरीय निकाय और ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले कुम्हार समुदाय के पारंपरिक शिल्पियों द्वारा मिट्टी के दीपक और अन्य उत्पाद बनाए जाते हैं, जो त्यौहारों के अवसर पर बाजारों में विक्रय के लिए लाए जाते हैं और यह उनके जीवन यापन का मुख्य आधार है।
दीपक बेचने वालों से नहीं होगी कर वसूली
कलेक्टर बालागुरू के. ने आदेशित किया है कि माटी शिल्पियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थानीय निकायों और ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले हाट बाजारों में उन्हें उचित स्थान उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही इन शिल्पियों से उनके माटी उत्पादों (दीपक) खिलौने, सजावटी सामान के विक्रय के लिए किसी भी प्रकार की कर वसूली नहीं की जाएगी। यह आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

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