
सीहोर। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों के पीपीओ वितरण एवं सम्मान कार्यक्रम में कलेक्टर बालागुरू के. ने कहा कि शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त होना जीवन की सक्रियता पर विराम नहीं है। यह वह समय होता है जब व्यक्ति अपने सेवा काल में अर्जित अनुभवों को समाज और आने वाली पीढ़ी के लिए उपयोग में ला सकता है। उन्होंने कहा कि जीवन निरंतर कर्म से चलता है और सेवा भावना किसी पद या दायित्व की मोहताज नहीं होती। समारोह के दौरान कलेक्टर बालागुरू के. द्वारा विभिन्न विभागों से सेवानिवृत्त हुए शासकीय सेवकों को साल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया तथा उन्हें पीपीओ प्रदान किए गए।
इस दौरान कलेक्टर बालागुरू के. ने कहा कि शासकीय सेवकों ने वर्षों तक प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारी अपने अनुभवों के माध्यम से परिवार, समाज और विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में सकारात्मक योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि सेवा के दौरान सीखी गई अनुशासन, समयबद्धता और कर्तव्यनिष्ठा से समाज को भी दिशा मिलती है।
कलेक्टर बालागुरू ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद व्यक्ति सामाजिक सरोकारों, जनहित कार्यों, पर्यावरण संरक्षण एवं जनजागरूकता जैसी गतिविधियों से जुडक़र स्वयं को सक्रिय रख सकता है। उन्होंने सभी सेवानिवृत्त शासकीय सेवकों को उनके समर्पित एवं सफल सेवाकाल के लिए बधाई दी और आगे भी समाज के लिए प्रेरणास्रोत बने रहने की कामना की। कार्यक्रम में कलेक्टर बालागुरू के. ने कुल 27 शासकीय सेवकों को पीपीओ प्रदान किए। कार्यक्रम में जिला कोषालय अधिकारी नेहा सिंघई सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।