सीहोर। समर्थन मूल्य पर चल रही मूंग की खरीदी में जहां जमकर धांधली की जा रही है, वहीं दलाल सक्रिय होकर जिम्मेदारों के लिए फायदा का सौदा करवा रहे हैं। मूंग की खरीदी में सर्वेयरों द्वारा किसानों से ट्रॉली पास करवाने के एवज में 100 रूपए प्रति क्विंटल के हिसाब से राशि ली जा रही है, वहीं एक से दो किलो मूंग प्रति ट्रॉली से सैंपल के नाम पर लेकर जिम्मेदारों के घरों पर भिजवाई जा रही है। कई खरीदी केंद्रों पर तो किसानों से 5 हजार रूपए तक की वसूली की जा रही है। सर्वेयर, समिति, वेयर हाउस संचालक एवं वेयर हाउसिंग कारपोरेशन की मिलीभगत से यह पूरा खेल चल रहा है। सूत्र बता रहे हैं कि कई वेयर हाउसों में पहले से ही व्यापारियोें की खरीदी गई मूंग का स्टॉक रखवा दिया गया है और अब यह मूंग किसानों के पंजीयनों पर चढ़ाकर समर्थन मूल्य पर दे दी जाएगी। ऐसे सेंटर जहां पर पहले ही मूंग रखी जा चुकी है वहां पर अब किसानों को परेशान किया जा रहा है।
प्रदेशभर सहित सीहोर जिले में इस समय समर्थन मूल्य 8450 रूपए प्रति क्विंटल की दर से मूंग की खरीदी का कार्य चल रहा है। अपनी उपज बेचने के लिए किसानों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानियों केंद्रीय कृषि मंत्री एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा रही बुधनी विधानसभा में किसानों को आ रही है। यहां के किसान अपनी उपज बेचने के लिए मशक्कत कर रहे हैं। दरअसल पूरे सिस्टम पर मनमानी एवं भ्रष्टाचार इस कदर भारी पड़ रहा है कि किसान लाचार एवं असहाय हो गए हैं। रेहटी, बुधनी एवं भैरूंदा तहसील के किसानों से सर्वेयरों द्वारा राशि वसूली जा रही है। उसके बाद ही उनकी ट्रॉली पास की जाती है। यदि कोई किसान पैसे देने में असमर्थता जताता है तो उसकी ट्रॉली को सर्वेयर कोई भी कारण बताकर रिजेक्ट कर देता है। इस स्थिति से जिला प्रशासन, खरीदी करने वाली एजेंसी सहित अन्य जिम्मेदार वाकिफ हैं, लेकिन उसके बाद भी कार्रवाई नहीं होना बताता है कि इस सिस्टम में सभी की मिलीभगत है।
तुलाई से पहले ही पकड़ाई थी मूंग-
सर्वेयर वसूल रहे पैसे, ठगे जा रहे किसान-
रेहटी, भैरूंदा एवं बुधनी तहसील में चल रही समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी में जहां सर्वेयरों द्वारा पैसे लेकर किसानों की उपज को पास किया जा रहा है तो वहीं किसान अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहा है। कड़ी मेहनत के बाद मूंग की फसल पैदा करने के बाद उसे अब बेचने के लिए भी रिश्वत देनी पड़ रही है। एक तरफ दो-दो दिन खरीदी केंद्रों पर इंतजार के बाद किसानों की उपज का नंबर का रहा है तो वहीं रिश्वत देकर उन्हें मूंग पास करवानी पड़ रही है। यह स्थिति केंद्रीय कृषि मंत्री एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र की है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अन्य जगहों पर क्या स्थिति होगी।
इनका कहना है-
मूंग खरीदी के लिए नियम बनाए गए हैं और इन्हीं नियमों के तहत खरीदी का कार्य भी कराया जा रहा है। इसके लिए मार्कफेड, कृषि, खाद्य विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों का दल भी बनाया गया है, जो लगातार खरीदी केंद्रों का भ्रमण कर रहे हैं। यदि इस तरह की धांधली की जा रही है तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। नियम विरूद्ध तरीकों से खरीदी नहीं होने दी जाएगी।
– सुनील बोहित, जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी, सीहोर