रूद्राक्ष महाकुंभ: उमड़ा भक्तों का सैलाब, लगा रहा घंटों तक जाम, एक महिला की मौैत
- कुबेरेश्वर धाम पहुंचे 7 लाख से अधिक श्रद्धालु, पहले ही दिन बनी विपरीत स्थिति तो बंद किया रूद्राक्ष वितरण
Sumit Sharma
सुमित शर्मा, सीहोर।
सीहोर जिला मुख्यालय के नजदीकी कुबेरेश्वर धाम पर रूद्राक्ष महोत्सव के पहले ही दिन भक्तोें का सैलाब उमड़ पड़ा। दो दिन पहले से ही भक्तों के पहुंचने का सिलसिला यूं शुरू हुआ, जो कि कथा के पहले दिन तक करीब 7 लाख का आंकड़ा पार कर गया। इस दौरान भोपाल-इंदौर मार्ग पर लगभग 20 किलोमीटर तक जाम की स्थिति बन गई। लगातार बढ़ती भीड़ को देखते हुए रूद्राक्ष वितरण भी बंद कर दिया गया। इस दौरान रूद्राक्ष लेने के लिए घंटों तक लाइन मेें लगी रही एक महिला की मौत हो गई। इधर पंडित प्रदीप मिश्रा ने पहले दिन उपस्थित भक्तोें को शिवपुराण की कथा का श्रवण कराया। इस दौरान उन्होंने शिव महिमा का बखान करते हुए उपस्थित जनता से आह्वान भी किया कि वे शांतिपूर्वक कथा श्रवण करें एवं अपने जीवन को धन्य बनाएं। उम्मीद से तीन गुना पहुंची जनता- रूद्राक्ष महोत्सव को लेकर लगातार प्रशासन एवं विठलेश सेवा समिति द्वारा तैयारियां की गईं थीं। इस दौरान प्रशासन को भी अनुमान था कि रूद्राक्ष महोेत्सव में प्रतिदिन 2 से 3 लाख जनता आएगी, लेकिन प्रशासन का भी ये अनुमान गलत साबित हो गया। रूद्राक्ष महाकुंभ के पहले ही दिन कुबेरेश्वर धाम पर 7 लाख से अधिक लोग पहुंच गए। इसके कारण प्रशासनिक एवं विठलेश सेवा समिति की व्यवस्थाएं भी ध्वस्त नजर आई। सुबह से ही स्थिति यह बनने लगी कि भोपाल-इंदौैर हाईवे पर वाहन फंसने लगे। दोपहर आते-आतेे तोे 20 किलोमीटर से अधिक का लंबा जाम लग गया। इस दौरान लोग पैदल ही कुबेरेश्वर धाम तक पहुंचे। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम हुआ निरस्त-
कुबेेरेश्वर धाम पर रूद्राक्ष महोत्सव केे शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कार्यक्रम भी तय हुआ था। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को 16 फरवरी में दोपहर 3.15 बजे कुबेरेश्वर धाम पहुंचना था, लेकिन यहां पर लोगों का उमड़ा जनसैलाब और उसके बाद बनी स्थिति के मद्देनजर ऐनवक्त पर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम निरस्त करना पड़ा। जनसैलाब को नियंत्रित करने के लिए कलेक्टर प्रवीण सिंह, पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी, एसडीएम अमन मिश्रा, एएसपी गीतेेश गर्ग सहित कई अधिकारियोें को भी मैदान पर आकर मोर्चा संभालना पड़ा। लगातार वे अपने अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियोें को व्यवस्थाएं बेहतर बनाने के निर्देश देतेे रहे। एक महिला की मौत-
रूद्राक्ष लेने के लिए लाईन में लगी मालेगांव की एक महिला की मौैत हो गई। मालेगांव निवासी मंगला बाई उम्र 50 साल रूद्राक्ष लेने के लिए घंटों तक लाईन में लगी रही। इसी दौरान वह चक्कर खाकर गिर गई। इसके बाद महिला को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरोें ने मंगला बाई को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद महिला का पोस्टमार्टम करके शव परिजनों को सौंप दिया गया। उड़ गई भड़दड़ की खबर- कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन के कारण इंदौर भोपाल स्टेट हाईवे पर जाम की स्थिति निर्मित हुई है। इस दौरान सोशल मीडिया पर यह खबर भी आग की तरह फैल गई कि कुबेरेश्वर धाम पर भगदड़ मच गई औैर इसमें हजारों लोग घायल हो गए। यह भी सूचना सामने आई कि 2 हजार से अधिक लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि बाद में यह जानकारी पूरी तरह गलत साबित हुई। इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हर्ष सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया में कुछ लोगों द्वारा यह भ्रामक समाचार प्रसारित किया गया कि कुबेरेश्वर धाम में भगदड़ की स्थिति निर्मित हुई है एवं 2 हजार से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। यह बिल्कुल तथ्यहीन एवं निराधार खबर है। कुबेरेश्वर धाम के अंदर किसी तरह की भगदड़ कि स्थिति निर्मित नहीं हुई है और न ही लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान सुगम एवं बेहतर व्यवस्था हेतु अलग-अलग पॉइंट्स पर पर्याप्त संख्या में मजिस्ट्रेट एवं पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। व्यवस्था बनाने में नागरिक समूहों, वॉलेंटियर्स, आमजन का भी सहयोग लगातार मिल रहा है। पहले दिन लोगों ने सुनी शिव महापुराण की कथा- रूद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने उपस्थित जनसमूह को शिव महापुराण की कथा का श्रवण कराया। कथा दोपहर 1 बजे से 4 बजे चली। 22 फरवरी तक इसी समय पर कथा चलेगी। इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि शिव महापुराण की कथा जीवन को सार्थक बनाती है। सत्य की राह पर चलाती है। कथा के दौरान उपस्थित जनसमूह से पंडित प्रदीप मिश्रा ने शांतिपूर्वक कथा सुनने का आह्वान भी किया।