सीहोर। इस समय प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है, लेकिन अब सीहोर जिला मुख्यालय के समीपस्थ स्थित कुबेरेश्वर धाम पर भी कुंभ की तर्ज पर भव्य रुद्राक्ष महोत्सव एवं श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन होगा। आयोजन 25 फरवरी से 3 मार्च तक चलेगा। इस दौरान यहां पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु-भक्त पहुंचेंगे। रूद्राक्ष महोत्सव में सवा करोड़ से अधिक रूद्राक्षों को अभिमंत्रित किया जाएगा एवं इन्हें लोगों को वितरित किया जाएगा। हालांकि रूद्राक्ष महोत्सव के दौरान रूद्राक्षों का वितरण नहीं होगा। 25 जनवरी से रुद्राक्ष वितरण का क्रम थम जाएगा। इसके बाद 25 मार्च से फिर से रुद्राक्ष वितरण शुरू किया जाएगा। रुद्राक्ष महोत्सव एवं श्री शिव महापुराण कथा को लेकर प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने पत्रकारवार्ता की एवं आयोजन की जानकारी दी। पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि इस बार कुंभ की तर्ज पर कुबेरेष्वर धाम में भी आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर प्रषासन के साथ भी बैठक हुई है। रूद्राक्ष महोत्सव में सवा करोड़ से ज्यादा रूद्राक्ष अभिमंत्रित भी किए जाएंगे।
श्रद्धालुओं के लिए रहेगी बेहतर व्यवस्था –
पंडित प्रदीप मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि रुद्राक्ष महोत्सव एवं श्री शिव महापुराण के दौरान कुबेरेष्वर धाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जाएगी। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए चाय, नाश्ता, भोजन, पेयजल, शौचालय, अस्पताल, पार्किंग व्यवस्था के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। पंडित श्री मिश्रा ने बताया कि इस बार श्रद्धालुओं के लिए दो अस्पताल बनाए जा रहे हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर इलाज मुहैया कराया जा सके। रेलवे स्टेषन पर श्री विठलेष सेवा समिति द्वारा निःषुल्क भोजन व्यवस्था की जाएगी, ताकि आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को भोजन समय पर मिल सके। कुबेरेष्वर धाम पर दो खोया-पाया केंद्र भी बनाए जाएंगे। डॉक्टरों की टीम भी रेलवे स्टेषन पर तैनात की जाएगी। कथा का आयोजन प्रतिदिन दोपहर में होगा एवं रात्रि में प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
सभी रेलगाड़ियों का हो स्टापेज, इसके लिए हो रही है चर्चा-
पंडित श्री मिश्रा ने बताया कि रूद्राक्ष महोत्सव के दौरान सीहोर रेलवे स्टेषन से गुजरने वाली सभी गाड़ियों का यहां पर स्टापेज हो, इसको लेकर रेलवे के अधिकारियोें से भी चर्चा हो रही है एवं इस संबंध में मध्यप्रदेष षासन एवं मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया गया है, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेषानियां नहीं आए। रेलवे स्टेषन, बस स्टैंड से कुबेरेष्वर धाम तक आने-जाने के लिए टैक्सियां उपलब्ध रहेंगी एवं इनका किराया भी प्रषासन द्वारा तय किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं से ज्यादा किराया नहीं वसूल हो।
काशी की टीम करेगी प्रतिदिन आरती-
पंडित श्री मिश्रा ने बताया कि कथा दिन में होगी एवं प्रतिदिन रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस बार रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान प्रतिदिन आरती का जिम्मा काशी की टीम द्वारा उठाया जाएगा। पहले हुए रुद्राक्ष महोत्सव में होशंगाबाद से टीम आई थी, लेकिन इस बार काशी से टीम आ रही है। इसके अलावा दिल्ली, पुणे, बेंगलुरु के कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम के स्टेज की साज-सज्जा करेंगे। पंडित सुधीर व्यास द्वारा संगीतमय सुंदरकांड की प्रस्तुति दी जाएगी। आयोजन के दौरान प्रतिदिन रुद्राक्ष से बनाए शिवलिंग का अभिषेक, पूजन होगा।
कथा स्थल पर बनाए जाएंगे चार डोम-
श्री विठलेष सेवा समिति की ओर से जानकारी देते हुए पंडित समीर शुक्ला ने बताया कि कथा स्थल पर ही श्रद्धालुओं के बैठने और ठहरने के लिए चार डोम बनाए जाएंगे। इनमें लाखों श्रद्धालुओं बैठकर कथा का श्रवण कर सकेंगे। इसके अलावा बीस एकड़ से अधिक में कमरे आदि का निर्माण किया जा रहा है, वहीं हजारों की संख्या में सेवादार अपनी सेवा देंगे। इसके अलावा यहां आने वाले लोगों के लिए सीहोर में सभी समाजों की धर्मषालाएं भी खोली जाएंगी। इसको लेकर सभी सामाजिक संगठनों के साथ ही बैठक की गई है, जिसमें सभी समाजों द्वारा अपनी-अपनी धर्मषालाएं श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध कराई जाएंगी।
कलेक्टर-एसपी ने ली बैठक, दिए जरूरी दिशा -निर्देश-