
रेहटी। सलकनपुर स्थित मां विजयासन धाम के स्ट्रांग रूम से हुई नोटों से भरी बोरियोें की चोेरी के 50 घंटे बाद पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ने में सफलता अर्जित की है। ये नोटों की बोेरियां पुलिस को जंगल में मिली है। पुलिस द्वारा पूछताछ में आरोपी लगातार गुमराह भी कर रहे हैं। हालांकि पुलिस की सख्ती के बाद आरोपियोें ने कई अन्य राज भी उगले हैं। फिलहाल पुलिस टीम इनके अन्य साथियों की तलाश मेें जुटी हुई है। इस हाईप्रोफाइल मामले के बाद आईजी ग्रामीण भोपाल रेंज इरशाद वली, पुलिस अधीक्षक सीहोर मयंक अवस्थी, एएसपी गीतेश गर्ग के मार्गदर्शन एवं एसडीओेपी शशांक गुर्जर केे नेतृत्व में आधा दर्जन थानों के थाना प्रभारी एवं पुलिस टीमों द्वारा चोरी की घटना का पता लगाने के लिए लगातार पिछले 50 घंटोें से जंगलोें की खाक छानी जा रही थी। गुरूवार को पुलिस को इस मामले में सफलता मिली है।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने एक को उठाया-
पुलिस द्वारा लगातार इस मामले में सलकनपुर सहित आसपास के लोगोें से पूछताछ की जा रही थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि सलकनपुर निवासी राहुल राठौर पिता सुभाष राठौर के घर पर घटना के पूर्व कुछ बाहरी लोग आए हुए थे। इसके बाद पुलिस ने राहुल राठौर से पूछताछ की। पुलिस पूछताछ में राहुल राठौर ने बताया कि घटना दिनांक की पूर्व रात्रि को अनिल पिता मदनलाल खरे निवासी होशंगाबाद एवं शुभम कटारिया पिता मोहन कटारिया निवासी होशंगाबाद उनके घर आए थे। इस मामले में पुलिस ने साइबर एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर घटना के समय उक्त आरोपियों का आपस में बातचीत होना पाया गया। उक्त आरोपियों से लगातार पूछताछ की गई। पूछताछ के आधार पर जंगल से आरोपियों की निशानदेही पर दो नोटों से भरी बोरियां तथा घटना में प्रयुक्त लोहे की टामी तथा लोहे काटने की आरी को जप्त किया गया है। जंगल में सर्चिंग लगातार जारी है।
मंदिर समिति ने बताया 6 बोरी, पुलिस को आरोपी बता रहे 5 बोरियां-
पुलिस पूछताछ मेें सामनेे आया है कि आरोपियोें ने पुलिस को पूछताछ में 5 बोरियां चुराकर ले जाना बताया है, जबकि चोरी की घटना के बाद से मंदिर समिति द्वारा लगातार 6-7 बोरियां चोरी होना बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पुलिस पूछताछ में आरोपियों द्वारा लगातार गुमराह भी किया जा रहा है। आरोपी बार-बार अपने बयानोें को बदल रहे हैं। फिलहाल पुलिस द्वारा आरोपियों कोे रिमांड पर लेकर उनसे पूछतार की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि चोरी करने वाली बड़ी गैंग हैं औैर इनमें इनके कई साथी भी शामिल हो सकते हैं। फिलहाल वरिष्ठ अधिकारी ज्यादा कुछ बताने की स्थिति में नहीं हैं।
भोपाल से भी आई थी पुलिस टीम-
इनका कहना है-
– मयंक अवस्थी, पुलिस अधीक्षक, सीहोेर