सलकनपुर मंदिर ट्रस्ट : करोड़ों की नकदी, लाखों की चिल्लर अब भी स्ट्रांग रूम में, जमा करने का नहीं मिल रहा समय
लंबे समय से नहीं हुई नोटों की गिनती, अनगिनत बोरियों में भरकर रखी हुई है दानराशि, चिल्लर इतनी कि बैंक ने भी खींचे हाथ
सीहोर। सलकनपुर मंदिर में हुई हाईटेक चोरी की घटना के बाद अब मंदिर समिति की कई लापरवाहियां भी सामने आ रही हैं। मंदिर के स्ट्रांग रूम में अब भी अनगिनत बोरियों में भरकर करोड़ों की नकदी रखी हुई है तो वहीं लाखों रुपए की चिल्लर भी एकत्रित हो गई है। मंदिर समिति एवं प्रबंधन इतना समय नहीं निकाल पाए कि नोटों की गिनती करवाकर इन्हें बैंक में जमा करवा दें। बताया जा रहा है कि अब चिल्लर लेने से बैंक ने भी मना कर दिया है। इसके बाद आशंका है कि लाखों रुपए की चिल्लर की अब बंदरबांट होगी।
सीहोर जिले के प्रसिद्ध सलकनपर स्थित मां विजयासन धाम में हुई पिछले दिनों चोरी की घटना ने शासन-प्रशासन, सुरक्षा सहित मंदिर समिति की कार्यप्रणाली को ही सवालों को घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। चोरी की घटना के बाद पुलिस ने जैसे-तैसे इस हाईटेक चोरी की घटना का खुलासा करके फोरी तौर पर राहत की सांस तो ले ली है, लेकिन अब भी कई सवाल हैं, जो अनसुलझे लग रहे हैं। चोरी की घटना के बाद मंदिर समिति की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
लंबे समय से नहीं हुई नोटों की गिनती-
मंदिर की व्यवस्थाओं के संचालन के लिए एक समिति का गठन किया गया है। इस समिति में अध्यक्ष, तीन सदस्य, सचिव सहित अन्य पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गर्इं हैं। इसके बाद भी मंदिर समिति लंबे समय से नोटों की गिनती का कार्य नहीं करवा पाई। इसके कारण जहां करोड़ों रुपए की नकदी को अनगिनत बोरियों में भरकर रखा गया है तो वहीं लाखों रुपए की चिल्लर भी मंदिर के स्ट्रांग रूम में रखी हुई है। नोटों की बोरियों की भी गिनती नहीं है कि कितनी बोरियों में नोट भरकर रखे गए हैं। सूत्रों की मानें तो 30 से 40 लाख रुपए की चिल्लर मंदिर में एकत्रित हुई है। अब इस चिल्लर को लेने से बैंक ने भी मना कर दिया है। यहां बता दें कि सलकनपुर मंदिर समिति का खाता भारतीय स्टेट बैंक शाखा बायां में हैं।
करोड़ों की दानराशि एवं जेवरात चढ़ाते हैं भक्तगण-
सलकनपुर में हर वर्ष जहां करोड़ों रुपए की नकदी दानराशि के रूप में आती है तो वहीं बड़ी मात्रा में सोना-चांदी के जेवरात भी यहां आने वाले भक्तगण मातारानी के चरणों में समर्पित करते हैं। सोना-चांदी कितना आता है, इसका कोई आंकलन नहीं है। सोना-चांदी को गलाकर इसकी र्इंट बनाकर रखा जाता है। सोना-चांदी की र्इंट, नकदी, चिल्लर सहित अन्य कीमती सामान मां विजयासन मंदिर में बने स्ट्रांग रूम में ही रखा जाता है। स्ट्रांग रूम कितना सुरक्षित है, ये हाल ही में हुई चोरी की घटना के बाद सामने आ गया है। नोटों की गिनती को लेकर मंदिर समिति के अध्यक्ष महेश उपाध्याय मानते हैं कि लगातार व्यवस्तताओं के कारण गिनती का कार्य नहीं करवा पाए।