नई दिल्ली। सनातन धर्म को दिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि के बयान को अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे का समर्थन मिला है। कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियंक खरगे ने कहा कि जिस धर्म में गैरबराबरी हो, जो आपके साथ इंसान जैसा व्यवहार न करता हो वह बीमारी ही है।
क्या है बवाल
उदयनिधि ने एक कार्यक्रम में सनातन धर्म की तुलना कोरोना, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से की थी और कहा था कि इन बीमारियों का विरोध करने से कुछ नहीं होगा, इन्हें मिटाना जरूरी है, उसी तरह सनातन धर्म को मिटाना जरूरी है। उदयनिधि के इस बयान पर देशभर में भाजपा सहित कई दलों ने विरोध जताया था। दिल्ली में उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। गृहमंत्री अमित शाह ने बयान को लेकर विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया को घेरा था। गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन में स्टालिन की पार्टी डीएमके कांग्रेस के बाद सबसे मजबूत घटक है।
बयान पर कायम उदयनिधि
उदयनिधि अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि वे उन लोगों को मिटाने की बात नहीं कर रहे हैं, जो किसी धर्म विशेष को मानते हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म लोगों को जाति के आधार पर बांटता है।
क्या मुंबई बैठक में बनी सहमति
इधर भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस को आडे हाथ लेते हुए कहा कि क्या सनातन धर्म को खत्म करने के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया के मुंबई सम्मेलन में सहमति बनी है। कांग्रेस को इस बारे में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। इधर संत समाज ने भी बयान का विरोध कर कहा कि कई लोग सनातन धर्म को खत्म करने आए और गए, लेकिन सनातन धर्म अटल है।