सीहोर। लायसेंसधारी रेत कारोबारियों पर ट्रेक्टर ट्रालियों से अवैधानिक रेत ढोने वाले लोग भारी पड़ रहे हैं। कृषि से संबंधित कामकाज के लिए उपयोगी ट्रेक्टर ट्रालियों से नियम कायदों को ताक पर रखकर रेत परिवहन किया जा रहा है। इस तरह के अवैधानिक रेत परिवहन से मूल रेत कारोबारियों, डंपर मालिकों को भारी नुकसान हो रहा है और शासन-प्रशासन को भी करोड़ों रूपए के खनिज टेक्स की हानी हो रही है। सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिले भर के रेत कारोबारियों और डंपर, ट्रक मालिकों ने डिप्टी कलेक्टर आनंद राजावत को कलेक्टर के नाम का ज्ञापन देकर अवैधानिक रूप से किए जा रहे ट्रेक्टर-ट्राली द्वारा रेत परिवहन पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
ट्रेक्टर वाले नहीं देते कोई टैक्स –
सभी को दी जाए बराबर रेत –
रेत कारोबारियों ने कहा कि सीहोर रोड पर आने वाले सभी रेत वाहनों को लाडकुई नाके पर ही चेक किया जाए और सभी वाहनों में कम ज्यादा रेत न देते हुए बराबर मात्रा में रेत दी जाए, जिससे कि बाद में कोई भी विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं हो। एलपी 6 पहिया वाहन और 10 पहिया वाहन को जितनी मात्रा में डंपरों को रेत दी जाती है उतनी ही मात्रा में एलपी ट्रालो को रेत दी जाए, जिससे कि हमारा रेत व्यवसाय सुचारू रूप से जारी रहे।
डंपरों को खड़ा कर करेंगे हड़ताल –
नियमों के उल्लंघन होने पर भारी भरकम जुर्माना भी रेत कारोबारियों से वसूला जाता है। इन विकट हालातों के कारण रेत कारोबार काफी घाटे का काम हो गया है। ऐसे में रेत का परिवहन बड़े स्तर पर ट्रेक्टर ट्राली से किया जा रहा है, जिस कारण काफी दिक्कतों का सामना रेत कारोबारियों को करना पड़ रहा है। ट्रेक्टर ट्रालियों के कारण हम सभी रेत व्यापारियों, मोटर मालिकों का व्यवसाय प्रभावित हो गया है। ट्रेक्टर ट्रालियों की रायलटी कंपनी के द्वारा बंद नहीं की जाती है तो रेत कारोबारियों को डंपरों को रोड पर खड़ा कर हडताल करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
इन्होंने उठाई आवाज –
ज्ञापन देकर रेत व्यापारी गोतम त्यागी, चेतन जाट, प्रताप राठौर, दिनेश गौड़, हेमंत राठौर, गौरव निगोदिया, श्याम जाट, राजेंद्र सिंह, राहुल वर्मा, अमित, ऋषभ, मुकेश विश्कर्मा, कासिम, इनाम खान, रहीम लाला, दिनेश प्रजापति, विजेंद्र विश्वकर्मा, पारिक जैन आदि ने रेत कारोबारियों के हित में आवाज उठाई है।