सरपंचों पर प्रपंच, एक पर लगे मारपीट के आरोप, दूसरे को नहीं करने दिया झंडावंदन

भोपाल। प्रदेश के सीहोर एवं विदिशा जिले में सरपंचों पर प्रपंच हो गया। दरअसल सीहोर जिले की भैरूंदा तहसील की ग्राम पंचायत रिछाड़िया के गांव अतरालिया में जहां गांव की ही आदिवासी युवती ने आदिवासी समाज की महिला सरपंच पर मारपीट के आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई हैै तोे वहीं विदिशा जिले की सिरोंज तहसील में ग्राम पंचायत भगवंतपुर के दलित सरपंच को स्कूल की प्राचार्या ने झंडावंदन करनेे सेे रोक दिया। इनकोे लेकर जमकर बवाल भी मचा हुआ है।
युवती ने आदिवासी सरपंच पर जड़े आरोप, सरपंच ने बताए झूठे-
सीहोर जिले के भैरूंदा विकासखंड केे तहत आने वाली ग्राम पंचायत रिछाड़िया के गांव अतरालिया की युवती निशा धुर्वेे औैर उसकी मां सुशीला बाई ने आदिवासी महिला सरपंच राजकुमारी ठाकुर जाति कोरकूू पर मारपीट के आरोप लगातेे हुए भैरूंदा थाने में एफआईआर दर्ज कराई। अब इस मामले में आदिवासी महिला सरपंच राजकुमारी ठाकुर ने भी एफआईआर दर्ज करातेे हुए युवती एवं महिला द्वारा लगाए गए आरोेपों को झूठा बताया है। महिला सरपंच द्वारा आवेदन एसडीएम, एसडीओपी, सीईओे जनपद पंचायत एवं थाना प्रभारी भैरूंदा को भी दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि झूूठे तरीके सेे की गई एफआईआर को निरस्त करके उचित कार्रवाई की जाए।
दरअसल रिछाड़िया ग्राम पंचायत के अतरालिया गांव निवासी महिला सरपंच पर गांव की युवती निशा धुर्वे ने गत दिवस मारपीट की एफआईआर दर्ज कराई। बताया जा रहा है कि अतरालिया की युवती और उसकी मां महिला सरपंच के घर पर उसकी भाभी का नाम आधार कार्ड में जुड़वाने के लिए सरपंच के हस्ताक्षर कराने गईं थी, तभी सरपंच द्वारा युवती के साथ हाथापाई हुई। इधर सरपंच राजकुमारी ठाकुर का कहना है कि मेरे पास एक युवती और उसकी मां आधार कार्ड के लिए हस्ताक्षर करानेे घर आई थी। मैंने हस्ताक्षर कर भी दिए, लेकिन उसके बाद फार्म पर एक फोटो चिपकने का बोला था। मेरे पास गोंद नहीं था तोे मैैंने उनसे बोला तुम और कहीं से फोटो फार्म पर लगा लेना। इतनी बात पर युवती आगबबूला हो गई औैर मेरे साथ हाथापाई करने पर उतारू होे गई। इससे मेरा मोबाइल भी टूट गया है और मुझे चोंट भी आई है। मेडिकल कराया गया है। इस मामले में भैरूंदा थाना पुलिस ने सरपंच की तरफ से भी एफआईआर दर्ज करके इस मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में सरपंच राजकुमारी ठाकुर के साथ में कई अन्य लोगों ने भैरूंदा आकर झूठे आरोेपों को निराधार बताते हुए नारेबाजी भी की है।
दलित सरपंच को झण्डावन्दन करने से रोका
वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. अनीस खान, सीताराम भारती, सीहोर जिला सेवादल कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नरेन्द्र खंगराले व कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर जिला सीहोर को एक ज्ञापन सौंपा हैै। इसमेें बताया गया कि विदिशा जिले की सिरोंज तहसील में ग्राम पंचायत भगवंतपुर के दलित सरपंच बारेलाल अहिरवार को झंडावंदन करने से हायर सेकंडरी स्कूल की प्राचार्य शोभा श्रीवास्तव द्वारा रोका गया। प्राचार्य द्वारा प्रोटोकॉल के अनुसार सरपंच से झंडावंदन न कराते हुए जनपद सदस्य से झंडावंदन कराया गया, क्योंकि सरपंच दलित जाटव, अहिरवार समाज के अंतर्गत आते हैं। प्राचार्य द्वारा स्कूल में हुए साइकिल वितरण में भी सरपंच को नहीं बुलाया गया। ज्ञापन में कहा गया है कि प्राचार्य शोभा श्रीवास्तव सिरोंज से स्कूल 12 बजे आती है और दोपहर 2.30 स्कूल बंद करके चली जाती हैं। सरपंच द्वारा स्कूल में शिक्षकों की सूची मांगने पर भी नहीं दी जाती है। सरपंच को आए दिन प्राचार्य द्वारा प्रताड़ित किया जाता है। सेवादल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक कल्याण परिषद के प्रदेश महामंत्री नरेन्द्र खंगराले ने बताया कि केन्द्र एवं अन्य भाजपा शासित राज्यों में भाजपा की सरकारों में दलितों ंपर आए दिन अत्याचार बड़ रहे हैं। ऐसे आसामाजिक तत्वों को भाजपा द्वारा खुली छूट दे रखी है। ज्ञापन में शासन से मांग की है कि तत्काल प्राचार्य शोभा श्रीवास्तव को निलंबित कर उनके विरूद्ध इन्ट्रोसिटी एक्ट अजा-जजा अत्याचार अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही की जाए। मांग करने वालों में प्रमुख रूप से मप्र महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव आरती नरेन्द्र खंगराले, मुमताज भाई, पन्नालाल खंगराले, धरम प्रकाश आर्य, दीपक सोनकर, इंजीनियर जितेन्द्र सिंह, कृपाल सिंह मेवाड़ा, रसना मेवाड़ा, पूजा अहिरवार, गोविन्द सिलावट, विजय वर्के, राजेन्द्र नागर इत्यादि लोग प्रमुख थे।
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